ब्रेकिंग न्यूज़

बेतिया में ITBP जवान ने खुद को गोली मारी, मौके पर ही मौत, घटना का कारण पता लगाने में जुटी पुलिस रोहतास में 9 फीट का मिला अजगर, देखने के लिए उमड़ी भारी भीड़, स्नेक कैचर ने किया रेस्क्यू Bihar News: बिहार के इस जिले में SSP का ताबड़तोड़ एक्शन, 24 घंटे में 40 अपराधी गिरफ्तार Bihar Assembly Election 2025 : बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) को सम्मानित करेगी BJP, जानिए क्या है पार्टी का पूरा प्लान BSSC CGL-4 : BSSC CGL-4 और ऑफिस अटेंडेंट भर्ती 2025 में वैकेंसी बढ़ी, अब आवेदन की अंतिम तिथि 24 नवंबर Lalganj Sarai accident : लालगंज–सराय मार्ग पर बाइक टक्कर, एक युवक की मौत, दो गंभीर रूप से घायल Domestic Gas Cost : अब सिलेंडर भराने की टेंशन खत्म, दिसंबर से घर-घर पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) सप्लाई शुरू Bihar News: VVCP छात्रवृत्ति परीक्षा में इतने छात्रों की भागीदारी, करियर काउंसलिंग कार्यक्रम हुआ सफल Barbigha news : बरबीघा बायपास पर सड़क हादसे में 20 वर्षीय युवक की मौत, दो युवक गंभीर रूप से घायल Vehicle Fitness Test Price Hike: भारत में बढ़ी व्हीकल फिटनेस टेस्ट फीस, पुराने वाहनों के लिए अब और महंगा होगा टेस्ट; जानें पूरी डिटेल

सीमांचल की तीन नदियां उफनाई, कटाव के कारण घर छोड़ने पर मजबूर हैं लोग

1st Bihar Published by: Updated Fri, 01 Jul 2022 03:20:58 PM IST

सीमांचल की तीन नदियां उफनाई, कटाव के कारण घर छोड़ने पर मजबूर हैं लोग

- फ़ोटो

PURNIA : बिहार में नदियों ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है. पांच नदियों से घिरे पूर्णिया के बायसी अनुमंडल में महानंदा, कनकई और परमाण नदी के उफान पर आने के साथ ही इन नदियों का पानी कई गांव में घुस गया है. साथ ही 6 घर पानी में विलीन हो गये हैं. जिसके बाद लोग अपने आशियाने को छोड़कर जाने को मजबूर हैं. प्रशासन की तरफ से भी अब तक कोई मदद नहीं की गई है.


ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कई सालों से बाढ़ का खतरा है. नदियों का पानी बढ़ जाने की वजह से पिछले साल भी कटाव की स्थिति थी. कई घर कटाव में विलीन हो गये थे. लेकिन सरकार की ओर से उन्हें कोई लाभ मुहैया नहीं कराया गया था. इस साल घरों में पानी घुस गया है. जिसके कारण खाने-पीने जैसी बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है. बच्चे भूख से बिलखने लगे हैं. 


ग्रामीणों की मांग है कि नदियों के कटाव को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से जल्द व्यवस्था की जाए. उनका आरोप है कि लिखित आवेदन के बावजूद भी पंचायत में समय रहते कटाव को रोकने के लिए चित कदम नहीं उठाए गए. अधिकारियों ने उनके पंचायत में उदासीनता दिखाई है.


वहीं, अनुमंडल पदाधिकारी कुमारी तोषी ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये गये हैं. जल्द ही सभी जरूरतों मंदों की मदद की जाएगी. बाढ़ में फंसे लोगों के लिए रेस्क्यू टीम तैयार है. उन्होंने कहा कि नदी में घर विलीन होने वाले परिवार को रहने की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही लोगों के लिए सामुदायिक किचन की भी व्यवस्था की जाएगी. 


हालांकि, प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था का लाभ अब तक ग्रामीणों को नहीं मिली है. मुख्यमंत्री सड़क पर 3 फीट ऊंची पानी की धार बह रही है. जिस वजह से ग्रामीणों को बनगामा समेत अन्य जगहों पर जाने के लिए भी गाड़ियों का उपयोग करना मुश्किल साबित हो गया है.