ARWAL: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समाधान यात्रा के अगले दिन शिक्षा विभाग के कार्यालय में अगलगी की भीषण घटना हुई। भीषण आग लगने के कारण शिक्षा विभाग के दफ्तर में रखे जरूरी दस्तावेज जलकर खाक हो गये। यही नहीं समाधान यात्रा के दौरान जिन लोगों ने विभाग की शिकायत की थी और आवेदन दिया था वो भी जलकर स्वाहा हो गया। अगलगी की इस घटना के दौरान अफरा-तफरी मच गयी। काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया।
बता दे कि अरवल जिला मुख्यालय स्थित प्रखंड परिसर के एक बिल्डिंग में शिक्षा विभाग का कार्यालय है। जो कई वर्षों से संचालित हो रही है। जिला शिक्षा पदाधिकारी का कार्यालय भी इसी भवन में चलता है। जहां अगलगी की घटना में लाखों रुपए की संपत्ति और जरूरी कागजात जलकर खाक हो गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड कर्मियों ने आग पर काबू पाया लेकिन तब तक इस भीषण आग में सरकारी और जरूरी दस्तावेज जलकर खाक हो गया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा के दौरान कई फरियादियों ने शिक्षा विभाग में हुए गड़बड़ी की शिकायत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की थी। इसे लेकर लोगों ने सीएम नीतीश को आवेदन भी सौंपा था। जिस दिन अरवल में सीएम नीतीश पहुंचे थे उसी दिन देर रात शिक्षा विभाग कार्यालय में आग लग गई। जहां विगत कई महीनों से शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी, मिड डे मील में भ्रष्टाचार के अलावे कई विद्यालयों में रुपए पैसे के गबन के कागजात रखे हुए थे। यही नहीं शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा, मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए की निकासी के अलावे दर्जनों जरूरी कागजात जलकर खाक हो गये।
मिली जानकारी के अनुसार ठंड में भी शिक्षा विभाग के पदाधिकारी एसी का मजा लेने के लिए कुछ दिन पूर्व लाखों रुपया खर्चा कर चार -चार एसी लगवाने का काम किए थे जिसका नतीजा यह हुआ कि महीना भी नहीं लगा और उसी कार्यालय में आग लग गयी जहां लाखों रुपए की निकासी कर रिपेयरिंग के लिये खरीदारी की गई थी।
जिले में शिक्षा व्यवस्था बदहाल है समय पर शिक्षक विद्यालय नहीं आते और ना ही विद्यालय में सही तरीके से पढ़ाई होती है तो कहीं विद्यालय में भाड़े पर गांव वालों को चारा रखने के लिए दे दिया गया है तो कहीं विद्यालय जर्जर अवस्था में संचालित हो रही है तो कहीं विद्यालय में बच्चों को पढ़ने के लिए किताबें नहीं दी जा रही लेकिन इन सभी को नजरअंदाज कर शिक्षा विभाग के पदाधिकारी एसी में बैठने को व्याकुल रहते हैं।
लोगों के जेहन में कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर एक महीना पूर्व साफ-सफाई और रंग रोहन का कार्य भवन में समाप्त हो गया था फिर भी सीसीटीवी फिर क्यों नहीं लगाया गया बहुत सारे ऐसे कागजात जले हैं जो कोर्ट से संबंधित है जिन पर कानूनी कार्रवाई होनी है और तो और गबन और शिक्षक नियोजन भर्ती में फर्जीवाड़े के कागजात की जांच निगरानी विभाग के द्वारा की जानी है मामला यह भी है कि 4 वर्ष पूर्व करपी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की हत्या की गई थी जो शिक्षकों की फर्जी भर्ती कराने से जुड़ी हुई थी वह सब कागजात भी जलकर खाक होने की संभावना बताई जा रही है।
जब इस संबंध में अरवल जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवचंद बैठा ने बताया कि अगलगी की घटना में लाखों रुपए की संपत्ति और कई जरूरी कागजात जलकर खाक हो गए हैं प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट से आग लगने की स्थिति कायम हो रही है उस भवन में सालों से सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे लेकिन एक महीना पूर्व भवन के रंग रोहन के वजह से सीसीटीवी फुटेज को हटा दिया गया था एक महीना बीत जाने के बावजूद भी फिर लगाया नहीं गया। सदर थाने में अगलगी की घटना को लेकर मामला दर्ज किया गया है। लेकिन शॉर्ट सर्किट से आग लगना संतोषजनक नहीं है जांच कराई जाएगी।