शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी करने वालों पर FIR दर्ज, रद्द किए गये 400 नियोजन इकाइयों को अगले राउंड में मिलेगा मौका

शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी करने वालों पर FIR दर्ज, रद्द किए गये 400 नियोजन इकाइयों को अगले राउंड में मिलेगा मौका

PATNA: राज्य के प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए हुए तकरीबन चार सौ नियोजन इकाई की काउंसिलिंग को रद्द किया गया। जांच के क्रम में मेधा में पायी गयी गड़बड़ियां,आवेदन प्राप्त करने के बावजूद मेधा सूची में अभ्यर्थी का नाम नहीं रहने के कारण 400 पंचायत नियोजन इकाइयों में काउंसेलिंग की कार्रवाई स्थगित की गयी और मेधा सूची को रद्द किया गया। इन पंचायत नियोजन इकाइयों में गड़बड़ियों को दूर करते हुए अगले राउंड में नियोजन की कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है। नियोजन की प्रक्रिया पारदर्शी रहे इसे लेकर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिए। 


कुछ नियोजन इकाइयों पर काउंसेलिंग इकाइ के सदस्यों और स्थानीय लोगों के मीलिभगत से अव्यवस्था फैलायी गयी। जिसके कारण मुजफ्फरपुर के गायघाट एवं पारू प्रखंड में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी। उक्त सारे काउंसेलिंग की गतिविधि का जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर पर लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से अनुश्रवण की गयी थी। इस मामले की गहन जांच का निर्देश शिक्षा मंत्री ने दिए।  


गौरतलब है कि राज्य में प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए छठे चरण के प्रथम राउंड में 5 जुलाई से 12 जुलाई तक काउंसिलिंग की गयी। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के आलोक में जिन दियोजन इकाइयों में दिव्यांग अभ्यर्थियों का नया आवेदन प्राप्त नहीं हुआ। उन नियोजन इकाइयों में दिनांक 05.07.2021 से प्रारंभिक शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए काउंसेलिंग की कार्रवाई शुरू की गयी। 


05.07.2021 से 08.07.2021 तक नगर निकाय नियोजन इकाइयों में नियोजन की कार्रवाई संपन्न की गयी। 12 जुलाई को पंचायत नियोजन इकाइयों में नियोजन के लिए काउंसेलिंग की कार्रवाई निर्धारित की गयी थी। काउंसेलिंग से पहले जिलों से मिली सूचना के अनुसार करीब 4808 पंचायत नियोजन इकाइयों में नियोजन की कार्रवाई की जानी थी।


लेकिन निर्धारित तिथि को होने वाली काउंसेलिंग से पहले किए गए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में निदेशक, प्राथमिक शिक्षा द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पंचायत नियोजन इकाइयों द्वारा तैयार की गयी मेधा सूची की जांच की गयी। जांच के क्रम में त्रुटियां मिलने के बाद 400 नियोजन इकाइयों में काउंसेलिंग स्थगित कर दी गयी और मेधा सूची को रद्द कर दिया गया। इन पंचायत नियोजन इकाइयों में गड़बड़ियों को दूर करते हुए अगले राउंड में नियोजन की कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है।