PATNA: शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षा मंत्री ने 18 शिक्षकों को राजकीय पुरस्कार और दो शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने यह घोषणा किया कि अगले साल से पुरस्कार की राशि दोगुनी करने पर फैसला लिया जाएगा। वही यह भी कहा कि बिहार में स्कूली शिक्षकों के खाली पदों को शीघ्र भरे जाएंगे।
बिहार में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए पारदर्शी तरीके से नियुक्तियां जारी है। सभी विद्यालयों में बेहतर प्रबंधन के लिए प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक का नया संवर्ग बनाया गया है। इन पदों के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थी ही बहाल किए जाएंगे।
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने18 शिक्षकों को राजकीय पुरस्कार और दो शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। राजकीय पुरस्कार पाने वाले प्रत्येक शिक्षक को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न और 15 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया। राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले कैमूर के शिक्षक हरिदास शर्मा और मधुबनी के राजनगर की शिक्षिका चंदना दत्त को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न व 50 हजार रुपये दिए गए।
शिक्षा मंत्री ने सभी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महान शिक्षाविद व पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का व्यक्तित्व और उनके दिखाए गए मार्ग पर चलकर शिक्षकों को अपने आचरण और आदर्श से समाज में कीर्तिमान स्थापित करना चाहिए। आज का दिन सुयोग्य व प्रतिभावान शिक्षकों को सम्मानित करने का विशेष महत्व है। इससे दूसरे शिक्षक भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होते हैं। बिहार में योग्य शिक्षकों की कमी नहीं है, शिक्षकों पर हमें नाज है। ऐसे शिक्षकों के बूते ही शिक्षित एवं विकसित बिहार का सपना साकार होगा।