PATNA: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023 को अमृत काल का बजट बताया। सीतारमण के इस बयान पर पलटवार करते हुए राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि जब यह अमृत काल का बजट है तो पहले वाला बजट क्या नर्क काल का था? इसमें अमृत, नर्क और स्वर्ग कहा से आ गया। हम अमृत और नर्क काल नहीं जानते। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके मंत्रियों के साथ-साथ राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी यह कह दिया कि उन्होंने ना बजट को देखा है और ना सुना ही है।
पटना में पत्रकारों ने जब केंद्रीय बजट को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हमारी तबीयत खराब थी इसलिए हमने ना तो बजट देखा और सुना है। केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए सिद्दीकी ने कहा कि वादा तेरा वादा झूठा है तेरा वादा..यही वादा सच्चा है तो बेरोजगारों को रोजगार दीजिए, महंगाई कम कीजिए, कल कारखानों को चुनाव से पहले चालू कराए और किसानों की समस्याएं सुनी जाए।
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि देश में बेरोजगारी बढ़ी है। 4 साल वाला बहाली लोग कर रहे हैं। करोड़ों पद रिक्त पड़े हैं भरे नहीं जा रहे। रेल और प्लेन का किराया घटा नहीं..नौकरी के अवसर बढ़े नहीं..तो यह लफ्फाजी ही तो है..चुनाव में धूल झौकने की कोशिश की जा रही है।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने इस बजट को अमृतकाल के बजट करार दिया जिसे लेकर सिद्दीकी ने कहा कि यदि वो इसे अमृत काल का बजट मान रही हैं तो इससे पहले वाला बजट नर्क काल का बजट था क्या? इसमें अमृत काल, नर्क काल और स्वर्ग काल कहा से आ गया। हम अमृत और नर्क काल नहीं जानते। सीतारमण इसे अमृत काल कह रही है हम उन्ही से पूछना चाहते हैं कि पहले वाला बजट नर्क काल था क्या?