GAYA: बिहार में शराबबंदी कानून लागु होने के बाद भी लगातार जहरीली शराब मौत के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला गया जिले का है, जहां शराब से चार लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद जिला प्रशासन को झारखंड से गया होते हुए दूसरे राज्यों को जाने वाले 13 रास्ते बखूबी नजर आने लगे हैं। उन तेरह रास्तों को लेकर जिला प्रशासन काफी संजीदा हो गया है। चिह्नित किये गए सभी रास्तों पर गया जिला क्षेत्र में चेकपोस्ट होंगे। चेकपोस्ट का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने तक अभी बैरिकेडिंग और ड्रॉपगेट से काम चलाया जा रहा है। सघन चेकिंग अभियान का मकसद है की सभी धंधेबाजों को पकड़ा जाए।
झारखंड के सटे इलाके की मदद से शराब की हो रही तस्करी
दरअसल, गया जिला का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से झारखंड से सटा हुआ है। कुछ किलोमीटर की दूरी पर झारखंड के गांव और ब्लाक शुरू हो जाता हैं। शेरघाटी, बाराचट्टी, डुमरिया, आमस, मोहनपुर, बांकेबाजार, इमामगंज, और फतेहपुर का इलाका झारखंड से पूरी तरह से सटा हुआ है। इन इलाकों की मदद से शराब की तस्करी की जाती है। इन इलाकों के कई गांव में लोग चंद कदम चलने के बाद झारखंड की सीमा पर पहुंच जाते हैं। दोपहर बाद से गया जिले के ऐसे गांवों के लोगों का झारखंड के गांवों और बाजार में आवाजाही शुरू हो जाती है।
होमगार्ड को हर दो महीने में बदला जाएगा
बता दें कि डीएम डॉ. त्यागराजन केआदेश पर सभी तेरह रास्ते जो झारखंड से गया होते हुए दूसरे राज्यों में जाती है उन सभी के ऊपर बैरिकेडिंग और ड्रापगेट से फिलहाल सख्ती से चेकिंग अभियान चलाने का आदेश दियाा है। 13 चेकपोस्टों का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने तक की स्थिति में डोभी चेकपोस्ट पर सघन चेकिंग अभियान जारी रहेगा। इसके अलावा परिवहन अधिकारी को आदेश दिया गया है कि डोभी चेकपोस्ट तैनात होमगार्ड को हर दो महीने पर बदला जाए। और थाने के चौकीदारों से परेड के जरिये शराब से जुड़ी जानकारियों को जुटाया जाए।