ARA: बिहार के भोजपुर का शऱाब माफिया संजय प्रताप सिंह 7 साल बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) के जाल में फंस गया. शुक्रवार को उसकी करोड़ों की संपत्ति जब्त कर ली गयी. शराब का जानलेवा कारोबार कर संजय प्रताप सिंह ने ये संपत्ति अर्जित की थी. संजय प्रताप सिंह जहरीली शराब से 21 मौत का जिम्मेवार पाया गया था.
ED ने शुक्रवार को मनी लॉंड्रिंग कानून के तहत आरा के शराब माफिया संजय प्रताप सिंह की एक करोड़ 32 लाख रूपये की संपत्ति जब्त कर ली. ईडी ने संजय प्रताप सिंह और उसकी पत्नी के नाम पर खरीदे गये जमीन के 15 प्लॉट को जब्त कर लिया. दोनों के बैंक खातों को भी सीज कर लिया गया है. जब्ती की ये कार्रवाई बिहार पुलिस की चार्जशीट के आधार पर की गयी है. संजय प्रताप सिंह पर जहरीले शराब का अवैध कारोबार कर 21 लोगों की जान लेने का आरोप है. कोर्ट ने इस मामले में उसे उम्र कैद की सजा सुनायी है.
2013 में गया था संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव
भोजपुर जिले में हुए जहरीली शराब कांड के बाद मामले के आरोपी संजय प्रताप सिंह की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव तत्कालीन डीजीपी अभयानंद ने ईडी के पास भेजा था. करीब सात साल के लंबे अंतराल के बाद संजय प्रताप सिंह पर अंतत: ईडी की गाज गिर गई. बिहार में किसी शराब कारोबारी के विरुद्ध ईडी की ये पहली कार्रवाई मानी जा रही है.
गौरतलब है कि 7 दिसंबर को भोजपुर के अनाईठ गांव में जहरीली शराब से 21 लोगों की मौत हो गयी थी. अनाईठ गांव के महादलित टचोले के लोगों ने अवैध शराब की दुकान से शराब पी थी, जिसके बाद उनकी मौत हुई थी. इस कांड के बाद पूरे देश में तूफान खडा हो गया था. बिहार पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ ही संपत्ति जब्ती की भी प्रक्रिया शुरू की थी.