शिक्षकों पर फिर चला केके पाठक का डंडा: 55 टीचर और 10 कर्मियों की सैलरी काटने का आदेश, लापरवाही को लेकर एक्शन

शिक्षकों पर फिर चला केके पाठक का डंडा: 55 टीचर और 10 कर्मियों की सैलरी काटने का आदेश, लापरवाही को लेकर एक्शन

ARWAL : अरवल में एक बार फिर शिक्षकों पर केके पाठक का डंडा चला है। कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में शिक्षा विभाग ने 55 शिक्षकों और 10 कर्मचारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। विभाग ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए इन सभी शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी कर दिया है।


दरअसल, शिक्षा विभाग के एसीएस का पद संभालने के बाद से ही केके पाठक शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार कड़े फैसले ले रहे हैं। उनके फैसलों से कभी-कभी सरकार को भी फजीहत झेलना पड़ता है। एसीएस केके पाठक के आदेश पर लापरवाह शिक्षकों के साथ-साथ शिक्षा विभाग के कर्मियों के खिलाफ भी लगातार एक्शन हो रहे हैं। ताजा मामला अरवल जिले का है, जहां शिक्षा विभाग ने 55 शिक्षकों और 10 कर्मचारियों के एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया है।


अरवल की जिला शिक्षा पदाधिकारी बिंदु कुमारी ने बताया कि 18 अप्रैल को मध्याह्न भोजन का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने पर 55 स्कूलों के प्रभारी का एक दिन का वेतन काटने का आदेश शिक्षा विभाग ने दिया है। हर दिन स्टेट आईवीआरएस के टीम के द्वारा जवाब मांगा जाता है। 18 अप्रैल को 55 शिक्षकों ने कोई जबाब नहीं दिया था। जिसपर एक्शन लेते हुए शिक्षा विभाग ने एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है। 


वहीं, शिक्षा विभाग ने शिक्षा में गुणात्मक सुधार को लेकर सभी स्कूलों के रोस्टर की जांच का निर्देश दिया था। डीईओ ने 18 मार्च को कई स्कूलों का रोस्टर के अनुसार जांच करने का निर्देश दिया था। इस दौरान 10 कर्मचारी जांच से पूरी तरह से दूर रहे। इस मामले में ज्योत्सना, भूषण, गौतम कुमार, बीआरपी शिवपूजन, राजमणि, विशाल कुमार, अरविंद कुमार, अनुज श्रीवास्तव, शुभम कुमार, श्रवण कुमार, प्रभात कुमार का एक दिन की वेतन पर रोक लगाते हुए उन्हें शिक्षा विभाग की तरफ से कड़ी चेतावनी दी गई है।