PATNA : बिहार में जारी शिक्षक बहाली प्रक्रिया को लेकर एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। राज्य में प्रारंभिक स्कूलों के खाली पड़े शिक्षकों के पद पर जिन अभ्यर्थियों का चयन किया गया है उनकी पात्रता की जांच हर हाल में एक 11 फरवरी तक पूरी कर ली जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग में सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष को निर्देश दिया है। पात्रता की जांच के बाद विभाग 25 फरवरी को नियुक्ति पत्र दे देगा।
आपको बता दें कि जुलाई और अगस्त 2021 के साथ-साथ जनवरी 2022 में हुई काउंसिलिंग में तकरीबन 33 हजार अभ्यर्थी अंतिम रूप से चयनित किये गए हैं। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने 25 फरवरी को सभी चयनितों को एक साथ नियुक्ति पत्र देने की घोषणा कर रखी है। इसे लेकर इनकी दक्षता सत्यापन को लेकर डेडलाइन जारी कर दी गयी है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी डीईओ को निर्देश दिया है कि वे चयनित अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र सत्यापन को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। सीटेट हो या बीटेट सभी अभ्यर्थियों का सत्यापन जिलास्तर पर पूरा किया जाएगा। बिहार टीईटी के प्रमाण पत्रों के लिए जरूरत के मुताबिक पदाधिकारी, कर्मी की प्रतिनियुक्ति बीएसईबी के क्षेत्रीय कार्यालयों में कर निश्चित रूप से शुक्रवार तक सत्यापन पूर्ण किया जाए। सेंट्रल टीईटी उत्तीर्णता प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी इसी अवधि में सीबीएसई की वेबसाइट से पूरा कर लिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि चयनितों की पात्रता की जांच जल्द पूरी करने का निर्देश इसलिए दिया गया है क्योंकि विभाग जल्द नियुक्त पत्र बांटना चाहता है। चयनित अभ्यर्थियों को और अधिक इंतजार कराना उचित नहीं है। उपाय निकालने हेतु सत्यापन प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया गया है। राज्य के बाहर के संस्थान अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे, जबकि प्रशिक्षण संस्थान पूरे देश में फैले हैं। विभाग वैकल्पिक व्यवस्था पर गंभीरता से विचार कर रहा है।