PATNA : बिहार विधानसभा परिषद में प्रश्नोत्तरकाल के दौरान आज एक सवाल और उसके जवाब पर बड़ी दिलचस्प बहस हुई. दरअसल, आरजेडी के विधान पार्षद रामचंद्र पूर्वे ने पटना में शौचालय और उसके रखरखाव को लेकर सरकार से सवाल पूछा था. रामचंद्र पूर्वे ने कहा था कि सरकार की तरफ से राजधानी पटना में जो सार्वजनिक शौचालय बनाए गए हैं उनका मेंटेनेंस नहीं हो रहा है. पूर्वे बोले साफ सफाई तो बाद की बात है पानी तक की व्यवस्था नहीं है. लोग हर एक शौचालय में अपना लोटा लेकर जाते हैं.
सरकार की तरफ से नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री और डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने सदन में जवाब दिया. डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार रखरखाव को लेकर जल्द ही पॉलिसी बनाने जा रही है. इसके बाद कांग्रेस से एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने इसी सवाल पर अपना पूरक पूछा. प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि पटना में जो सार्वजनिक शौचालय हैं उनमें ताला लटका हुआ रहता है. ऐसे में शौचालय निर्माण का असल मकसद पूरा नहीं हो रहा है.
कांग्रेस एमएलसी ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर मंत्री महोदय चाहे तो वह भौतिक निरीक्षण के लिए चलने को तैयार हैं. पटना में सार्वजनिक शौचालय में लटका हुआ ताला नजर आ जाएगा. इसके बाद कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने हस्तक्षेप किया. सभापति ने कहा कि अब क्या हम लोग का यही काम बच गया है कि पाखाना देखते फिरे.
इस सवाल और जवाब पर सदन यहीं नहीं रुका. मंत्री विजेंद्र यादव जी इसपर सदन में उठ खड़े हुए. उन्होंने कांग्रेस एमएलसी पर तंज कसते हुए कहा कि पता नहीं प्रेमचंद्र मिश्रा क्या क्या देखते चलते हैं. काफी देर तक सदन में सवाल जवाब के बीच माहौल हल्का हो गया लेकिन शौचालय के रखरखाव को लेकर सरकार कब पॉलिसी लागू करेगी. इसका ठोस जवाब नहीं आ सका.