अपने घर के पास मस्जिद में छिप कर बैठा था शरजील इमाम, पुलिस को देख कांपने लगे थे हाथ पैर

अपने घर के पास मस्जिद में छिप कर बैठा था शरजील इमाम, पुलिस को देख कांपने लगे थे हाथ पैर

JEHANABAD : देशद्रोह के आरोपी शरजील इमाम पर जब पुलिस ने गिरफ्तारी का शिकंजा कसा था तो उसकी सारी बहादुरी हवा हो गयी थी. देश को टुकड़ों में बांटने की साजिश रच रहा शरजील इमाम अपने घऱ के पास की एक मस्जिद में चादर से मुंह ढ़क कर छिपा था. जहानाबाद के काको मल्लिक टोला की मस्जिद में जब पुलिस ने दबिश दी तो उसके हाथ पैर कांप रहे थे.


पुलिस को देख हवा हो गयी बहादुरी
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक शरजील इमाम अपने पैतृक घर के पास मस्जिद में छिप कर बैठा था. जहानाबाद के काको के मल्लिक टोला में ये मस्जिद है. उसके पैतृक घर से कुछ ही दूरी पर ये मस्जिद अवस्थित है. शरजील को मस्जिद में अपने सुरक्षित होने का भरोसा था. फिर भी एहतियातन उसने बाल और दाढी की सेटिंग चेंज करा ली थी और शॉल से मुंह ढ़क कर बैठा था. उधर पुलिस को उसके ठिकाने की पक्की जानकारी हो गयी थी. दिल्ली पुलिस ने मस्जिद को घेर कर जब दबिश दी तो शऱजील के होश फाख्ता हो गये.


रेड में शामिल एक पुलिसकर्मी ने बताया कि उसके हाथ पैर कांपने लगे थे. पुलिस ने उसका हाथ पकड़ा और बाहर निकाल कर अपनी गाड़ी में बिठा लिया. इस दौरान दिल्ली पुलिस के कमांडो पूरी तरह से सतर्क थे. उन्हें आशंका थी कि आस पास के लोग विरोध कर सकते हैं. लिहाजा उन्होंने अपने हथियार बाहर निकाल कर रखा था लेकिन आस पास के लोगों ने उसकी गिरफ्तारी में कोई अड़ंगा नहीं डाला. शरजील की गिरफ्तारी के बाद पड़ोस में स्थित उसके घर से कोई उसे देखने नहीं आया. पुलिस उसे गिरफ्तार कर काको थाना ले आयी.


काको के लोग भी शर्मिन्दा
जहानाबाद का काको मुसलमानों का बड़ा गढ़ है. वहां उनकी अच्छी खासी तादाद है. काको के लोगों ने बताया कि कभी उन पर कोई ऐसा आरोप नहीं लगा जिससे कि पूरी बस्ती शर्मिन्दा हो जाये. काको के मुस्लिम परिवार के लोग भारत नहीं बल्कि विदेशों में भी बसे हैं. उन पर कभी ऐसा आरोप नहीं लगा. लिहाजा किसी ने भी शरजील इमाम को समर्थन दिया.