PATNA : शराबबंदी कानून के तहत पुलिसिया कार्रवाई पिछले दो-तीन महीनों में बड़ी रफ्तार के साथ देखने को मिली, लेकिन अब कोरोना की तीसरी लहर के साथ ही शराब के मामलों में गिरफ्तारियां कम होती नजर आ रही हैं.
दरअसल शराबियों की गिरफ्तारी करने से पहले पुलिस के पसीने छूट रहे हैं. कोरोना संक्रमण के बढ़े हुए मामलों को देखते हुए पुलिस वाले भी इस बात से डर रहे हैं कि कहीं शराब पीने वाले की रिपोर्ट पॉजिटिव हुई तो खामखा लेने के देने पड़ जाएंगे. हालांकि इस पर कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है लेकिन दबी जुबान से पुलिस महकमे में यह चर्चा जरूर हो रही है.
राजधानी पटना के एक थाने में ऐसा ही मामला मंगलवार को सामने आया. इसके बाद पूरे थाने में हड़कंप की स्थिति बन गई. पटना के गर्दनीबाग थाने की पुलिस ने शराब पीने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था. बाद में जेल भेजने से पहले इनकी कोरोना जांच कराई गई इनमें से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद थाने में हड़कंप मच गया क्योंकि संक्रमित शराबी के संपर्क में कई पुलिसवालों के साथ-साथ एक निजी अस्पताल के डॉक्टर और कर्मी भी आ चुके थे. गर्दनीबाग के थानेदार अरुण सिंह से लेकर मुंशी और कई सिपाही पदाधिकारी आरोपित के संपर्क में थे लिहाजा काफी देर तक के थाने में सभी लोग डरे सहमे रहे.
दरअसल, सोमवार की शाम पटना ट्रैफिक पुलिस के एक जवान ने गर्दनीबाग थानेदार को खबर दी कि दो लोग शराब पीकर हंगामा कर रहे हैं. यह दोनों लोग सड़क पर लड़ झगड़ रहे थे और इस दौरान गिरकर घायल भी हो गए. पुलिस मौके पर पहुंची तो इलाज के लिए दोनों को पास के ही एक निजी ही नर्सिंग होम में ले गई. इसके बाद दोनों आरोपितों को थाने लाया गया. यहां ब्रेथ एनालाइजर मशीन से जांच की गई तो वे शराब के नशे में पाए गए.
इसके बाद पुलिस ने इन दोनों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा जहां एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. इसके बाद वहां हड़कंप मच गया. आखिरकार किसी तरह है थाने को सैनिटाइज करवाया गया. थाने के बाहर ही आनन-फानन में शिकायत पेटी लगा दी गई है ताकि लोगों को अंदर ना आना पड़े. बाहर से ही वे शिकायत पेटी में आवेदन दे सकते हैं. संपर्क में आने वाले पुलिसकर्मियों को कोरोना जांच कराने का भी निर्देश दिया गया है.