MUZAFFARPUR: शराब के लिए रोज नये गुल खिला रही बिहार की पुलिस का नया कारनामा सामने आ गया है. मुजफ्फरपुर के सकरा थाने की पुलिस शराब के लिए लोगों के घर में घुसी. अब उन घरों की महिलायें अपने शरीर पर चोट के निशान दिखा रही हैं. महिलायें कह रही हैं कि पुलिस ने उन्हें बेदर्दी से पीटा. घर में शराब जैसी कोई चीज तो नहीं मिली लेकिन पुलिस वाले नगद रूपये से लेकर गहने-जेवरात उठा ले गये.
मामला मुजफ्फरपुर के सकरा थाने के रेपुरा गांव का है. गांव की महिलायें अपने शरीर पर जख्म के निशान को दिखाते हुए वरीय अधिकारियों से पुलिसिया उत्पात की शिकायत की है. गांव की महिला रेखा देवी के हाथ पर लाठी से मारने का बना जख्म भी है. रेखा देवी ने मीडिया को बताया कि रविवार की देर रात अचानक से काफी संख्या में पुलिस वाले घर पर आ धमके. उनके घर को पुलिस वालों ने चारो ओर से घेर लिया और फिर जोर-जोर से दरवाजा पीटने लगे. घर के सारे लोग नींद में थे लिहाजा दरवाजा खोलने में थोड़ी देर हुई.
महिलाओं का आरोप है कि जैसे ही दरवाजा खोला गया वैसे ही पुलिस वाले हैवानियत पर उतर गये. वे गाली-गलौज करते हुए घर में घुस गये. जब महिलाओं ने पूछा कि घर में पुलिस क्यों घुस रही है तो ताबडतोड़ डंडे बरसने लगे. स्थानीय लोग कह रहे हैं कि महिलाओं पर बेदर्दी से डंडे बरसाये गये. पुलिस वाले आस-पास के तीन-चार घरों को घेर कर देर रात घरों में घुसे और तलाशी ली. इस दौरान एक और महिला रेखा देवी के साथ भी मारपीट की गई. जिन घरों में पुलिस घुसी वहां के लोग कह रहे हैं कि पुलिस वाले घर से कीमती सामान, जेवर और रुपये उठा ले गये. रेपुरा के ग्रामीण भूषण ठाकुर ने बताया कि भारी तादाद में पहुंचे पुलिसकर्मियों ने तकरीबन एक घंटे तक उत्पात मचाया. पुलिस की हैवानियत के बाद गांव में आक्रोश व्याप्त है. ग्रामीण कह रहे हैं कि उन्होंने आलाधिकारियों के पास इसकी शिकायत की है. शराब के नाम पर पुलिस बेवजह लोगों को परेशान कर रही है. जबकि तलाशी के दौरान वहां से कुछ बरामद भी नहीं हुआ.
हालांकि सकरा थाना पुलिस ने ग्रामीणों के आऱोपों को सिरे से नकार दिया है. थानेदार सरोज कुमार ने कहा कि शराब मामले में एक आरोपी की तलाश में सकरा पुलिस और विशेष टीम ने रेपुरा गांव में छापेमारी की थी. पुलिस ने कुछ दिनों पहले शराब के मामले में एक आऱोपी को गिरफ्तार किया था. उसकी निशानदेही पर ही दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गयी थी. छापेमारी के महिला पुलिस भी थी. पुलिस ने जब तलाशी लेनी शुरू की तो कुछ महिलाएं उन्हें रोकने लगीं. तब महिला सिपाहियों ने उन सबों को चेतावनी दी थी. लेकिन किसी किस्म की मारपीट या बल प्रयोग नहीं किया गया था.