PATNA : थानाध्यक्ष आशीष सिंह के हत्यारे दिनेश मुनि का एनकाउंटर हो गया. एसटीएफ की टीम ने कुख्यात दिनेश मुनि को मार गिराया है. शराब और शबाब के शौकीन दिनेश मुनि की तलाश पुलिस दो सालों से कर रही थी. पुलिस ने आखिरकार उसे ढेर कर दिया. यह कुख्यात खाने-पीने के साथ-साथ औरतों का भी शौक़ीन था.
भागलपुर जिले में भवानीपुर के नारायणपुर दियारा में दिनेश मुनि को मार गिराया गया. एनकाउंटर के बाद मौके से मिले दो कारर्बाइन और एक दोनाली बंदूक के साथ 14 बुलेट, चार कार्बाइन की गोली और खाली खोखा के साथ एक गैलन में तीन लीटर के करीब ताड़ी मिला. साथ ही एनकाउंटर स्थल पर गिलास में बना शराब का पैग और चखना भी मिला.
बता दें कि 12 अक्टूबर 2018 को दियारा इलाके में इसी अय्याश अपराधी दिनेश मुनि ने खगड़िया पसराहा के थानेदार आशीष सिंह की हत्या की थी. बहादुर थानेदार आशीष सिंह को दियारा इलाके में अपराधियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. थानेदार आशीष सिंह अपने साथियों के साथ नारायणपुर के दुधैला दियारा पहुंच गये थे. जहां बदमाश श्रवण यादव को मार गिराया था. इस दौरान कुख्यात दिनेश मुनि ने छिपकर इन्हें गोली मार दी थी. इस घटना में थानेदार आशीष सिंह शहीद हुए थे.
दिनेश मुनि अपने साथियों के साथ अपराध की साजिश रच रहा था. पटना से गई एसटीएफ की टीम कई दिनों से गुप्त सूचना पर लगातार उनके गतिविधियों पर नजर बनाये हुई थी. रात के करीबन डेढ़ बजे स्थानीय पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम ने नारायणपुर दियारा में जैसे ही धावा बोला, अपने गुर्गों के साथ दिनेश मुनि ने पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दिया. पुलिस की ओर से भी जवाबी हमला किया गया और इसमें दिनेश मुनि ढ़ेर हो गया. दो और अपराधियों के गोली लगने की बात सामने आ रही है, जो अंधेरे का फ़ायदा उठाते हुए मौके से भागने में कामयाब रहे.
गांववालों का कहना है कि दिनेश मुनि गिरोह का नवगछिया के नारायणपुर समेत खगड़िया के दियारा इलाके में खौफ था. इसके डर के कारण लोगों में काफी दहशत रहता था. मांस-मछली खाने और शराब का शौक़ीन दिनेश औरतों के साथ भी अनैतिक संबंध रखता था. गांव में कई महिलाओं के साथ उसके अवैध संबंध होने की चर्चा सुर्ख़ियों में रहती थी. पुलिस दो सालों से लगातार दिनेश की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही थी. आखिरकार पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया.