GAYA : बिहार में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य सरकार ने 25 मई तक सूबे लॉकडाउन लगाया है. इसके लिए जरूरी दिशा निर्देश भी जारी किये गए हैं. शादी समारोह जैसे कार्यक्रमों के लिए विशेष गाइडलाइन्स जरी की गई हैं. हालांकि शादियों में लोग धड़ल्ले से इसकी धज्जियां भी उड़ा रहे हैं जिसके बाद उन्हें सजा भी भुगतनी पड़ रही है. ताजा मामला बिहार के गया जिले का है जहां शादी में सड़क पर बारात निकालना लोगों को महंगा पड़ गया और दूल्हा-दुल्हन तक को थाने में रहना पड़ा.
दरअसल, गया शहर के स्वराजपुरी रोड में बैंड बाजा, डीजे साउंड के साथ बारात निकाली गई. सड़कों पर बारात में शामिल महिला-पुरूषों ने जमकर थिरक रहे थे. इन्हें लॉकडाउन के नियमों और कोरोना के गाइड लाइन से कोई लेना-देना नहीं था लेकिन सड़क पर बारात निकालना इन्हें महंगा पड़ा. बाराती निकालने की सूचना तत्काल सिविल लाइन थाना को मिली. मौके पर पुलिस टीम पहुंची.
पुलिस ने तत्काल प्रभाव से बैंड बाजा को बंद कराते हुए जब्त किया. बैंड बाजा की ट्राली को थाना लाया गया. इसके बाद नई नवेली दुल्हा-दुल्हन के पिता सहित कई लोग को हिरासत में लिया गया. कुछ समय तक नई नवेली युगल जोड़ी को थाना में रखा गया.
बताया गया कि सिविल लाइन थाना के स्वराजपुरी रोड के समीप एक मैरेज हॉल में झारखंड के धनबाद से बारात आई थी. बैंड-बाजा और डिजे साउंड सिस्टम के साथ जमकर नाच गाना कर लोग शादी का लुत्फ उठाने में मग्न थे. सिविल लाइन थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अबू जफर इमाम ने बताया कि दूल्हा-दुल्हन के पिता को लॉकडाउन के उल्लंघन मामले में हिरासत में लिया गया. साथ ही बैंड बाजा की ट्राली को जब्त किया गया.
बाद में प्राथमिकी दर्ज करते हुए जमानतीय धारा होने के तहत थाना से 141 के तहत बांड पर सभी को छोड़ा गया. उन्हें हिदायत दी गई कि लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन नहीं करना है. इधर, पुलिस की इस तरह की कार्रवाई से शादी समारोह में आए लोगों में हलचल मच गई.
बता दें कि सरकार द्वारा शादी समारोह के लिए मात्र 20 व्यक्ति की ही शामिल होने की अनुमति दी गई है. लेकिन शादी में काफी संख्या में लोग शामिल हुए थे. पुलिस कार्रवाई के बाद कई लोग शादी समारोह में बिना शामिल हुए बैरक लौट गए. आनन-फानन में शादी सम्पन्न कराई गई.