JAHANABAD : स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी की बैठक में डिप्टी सीएम साहब वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी लगातार बैंकों को यह फटकार लगाते हैं कि वह सुबे में अपनी सेवा को मुस्तैद करें. सुशील मोदी ने बैंकों को यह टारगेट दे रखा है कि सुदूर के गांवों तक के बैंकों की नई शाखाएं खोली जाएं लेकिन डिप्टी सीएम की फटकार का बैंकों पर कितना असर है इसकी हकीकत जाननी हो तो जहानाबाद के भारथु गांव चले जाइए.
यहां पिछले कई सालों से काम कर रही एसबीआई की शाखा को बंद कर दिया गया है. एसबीआई के फैसले से स्थानीय लोगों में बड़ी नाराजगी है. बैंक की शाखा बंद होने से नाराज इलाके के ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. लोगों का गुस्सा इतना ज्यादा है कि उनकी पुलिस से नोकझोंक भी हुई है.
गांव वालों का कहना है कि पीछले कई सालों से भारथु में एसबीआई की शाखा काम कर रही है, लेकिन अचनाक कुछ दिनों पहले बैंक प्रबंधन ने फैसला लिया है कि बैंक को गाव से हटा कर वहां से लगभग 5 किलोमीटर दूर बंधुगंज में शिफ्ट किया जाएगा. बैंक गांव में ही रहे इसके लिए गांववालों ने एसबीआइ प्रबंधन, जहानाबाद के सांसद चंद्रेश्वर चंद्रवंशी, बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा और जिले के डीएम से लेकर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के यहां भी गुहार लगाई, लेकिन किसी ने गांव वालों की मदद नहीं की. आखिर में थक हार कर गांव वालों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. भारथु गांव के सभी ग्रामीणों ने आज बैंक परिसर में धरना दिया और बैंक प्रबंधन के खिलाफ जम कर नारेबाजी करते हुए बंधुगंज इस्लामपुर सड़क को घंटों जाम कर दिया.