PATNA: 3 मार्च को पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन की जन विश्वास महारैली में राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि नरेंद्र मोदी हिन्दू नहीं हैं। लालू ने यह भी कहा कि जब आपकी माताजी का देहांत हुआ था तब आपने बाल और दाढ़ी क्यों नहीं छिलवाया? जबकि हर हिन्दू अपनी मां के शोक में केस दाढ़ी मुंडवाता है। लालू के इस बयान पर बीजेपी लगातार हमलावर है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा है कि लालू सावन में मटन खाने वाले हिन्दू हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या से लेकर संयुक्त अरब अमीरात तक मंदिरों की स्थापना कराने वाले, संतों का सम्मान करने वाले और सैनिकों के साथ दीपावली मनाने वाले हिंदू हैं, जबकि लालू प्रसाद सावन में मटन-मीट खाने वाले और राम-मंदिर का बहिष्कार करने वाले हिंदू हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद उनको मटन खिलाते हैं, जिनकी पार्टी ने "भगवा आतंकवाद" का फर्जी नरेटिव गढा और आतंकवादियों की मौत पर आँसू बहाये।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को मंदिर आंदोलन में बाधक बनने और बिहार में आडवाणी जी की रथयात्रा रोकने जैसी हिंदू-विरोधी राजनीति के लिए राम-भक्तों से क्षमा मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी ने ऐसे हिंदू को शिक्षा मंत्री बनवाया, जिसने राम चरित मानस की निंदा की। उनकी पार्टी ने किसी दूसरे धर्मग्रंथ या धार्मिक प्रतीक पर कभी टिप्पणी नहीं की, जबकि तिलक लगाने वाले हिंदुओं को ढोंगी और देशद्रोही तक कह कर अपमानित किया।
सुशील मोदी ने कहा कि राजद की राजनीति में हिंदू होना 'साम्प्रदायिक' है। उनके लिए भारत के लोग गुजराती, बंगाली, तमिल, अगड़ा-पिछड़ा, दलित, उत्तर भारतीय, दक्षिण भारतीय, पंजाबी या कश्मीरी तो हो सकते हैं, लेकिन हिंदू कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदू होने पर गर्व करते हुए सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण के लिए समर्पित प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में उमड़े अपार जनसमर्थन की बड़ी लकीर को लालू प्रसाद अपनी हल्की-ओछी बातों से छोटी नहीं कर पाएँगे।