JAMUI : बिहार में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. पहले तो अरवल में आरटीपीसीआर टेस्ट और कोरोना वैक्सिनेशन के नाम पर जिले की करपी एपीएचसी में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, प्रियंका चोपड़ा तक को टीका दे दिया गया तो वहीं अब जमुई से भी हैरान करने वाला मामला सामने आया है. अब कोरोना टीकाकरण को लेकर जमुई में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है.
यहां एक 17 साल की एक लड़की को कोरोना का टीका दे दिया गया. वैक्सीन लेने के बाद लड़की की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के अनुसार बता दें लड़की को कोविड का टीका जमुई सदर पीएचसी के सेंटर पर दिया गया है. आधार कार्ड के अनुसार लड़की की जन्म तिथि 6 दिसंबर 2004 है, यानि वो सिर्फ अभी 17 साल की है. जहां उसे शनिवार को कोरोना का वैक्सीन दिया गया था. जिसके बाद रविवार की रात उसकी तबीयत बिगड़ी और फिर उसे सदर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. पीएचसी की इस लापरवाही से लड़की के परिजन भी हैरान और परेशान हैं.
सूत्रों के अनुसार लड़की जमुई जिले के सिकंदरा के जगदीशपुर की रहने वाली है. जो जमुई में रहकर कौशल युवा कार्यक्रम के तहत कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर की ट्रेनिंग ले रही है. इस मामले को लेकर बीमार लड़की ने बताया कि कुछ महीने पहले भी वह कोविड का टीका लेने केंद्र पर गई थी. तो उसे कम उम्र कहकर कोविड का टीका नहीं दिया गया था. जहां मैं रहकर प्रशिक्षण ले रही हूं वहां सभी को टीका लेने के लिए कहा गया है. यही कारण है कि वह शनिवार को वैक्सीन लेने के लिए गई तो उसे वहां टीका दे दिया गया. जिसके बाद रविवार की शाम से तबीयत बिगड़ने लगी फिर उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
वहीं इस घटना की जानकारी मिलने के बाद सदर हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ नौशाद अहमद ने बताया कि आधार कार्ड के अनुसार लड़की की उम्र 17 साल है, फिर भी उसे कोविड का टीका दिया गया. यह एक चूक है. टीकाकरण केंद्र के स्वास्थ्यकर्मी को ध्यान देना चहिए था. इस लापरवाही को लेकर जांच की जाएगी.