LAKHISARAI: पार्टी के विधायकों और विधान पार्षदों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेडीयू के सासंदों से मुलाकात कर रहे हैं। पार्टी नेताओं से नीतीश की वन-टू-वन मुलाकात को लेकर सियासत तेज हो गई है। इसी बीच बीजेपी ने बड़ी बात कह दी है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए लालू प्रसाद ने नीतीश पर भारी दबाव बना रखा है। नीतीश कुमार को लगता है कि अगर उन्होंने तेजस्वी को सीएम बना दिया तो उनकी पार्टी में टूट हो जाएगी, इसलिए पार्टी के विधायकों और सांसदों से मुलाकात कर रहे हैं।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि नीतीश कुमार को सत्ता जाने का डर सता रहा है, इसलिए वे घबराहट में हैं। तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए लालू प्रसाद का भारी दबाव नीतीश कुमार के ऊपर है। लालू प्रसाद अच्छी तरह से जान रहे हैं कि उनके बेटे तेजस्वी को जनादेश नहीं मिलने वाला है। कम से कम 6 महीने के लिए ही सही लालू अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर देखना चाह रहे हैं ताकि सत्ता हाथ से जाए भी तो तेजस्वी को सीएम बनाने का सपना पूरा हो जाए।
उन्होंने कहा कि लालू के दबाव के कारण नीतीश कुमार घबरा गए हैं और पार्टी में टूट के डर से अपने विधायकों और सांसदों से सलाह मशवरा कर रहे हैं। नीतीश कुमार को लग रहा है कि उन्होंने जिसे अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है, उसे उनकी पार्टी के लोग कभी स्वीकार नहीं कर पाएंगे और पार्टी छोड़कर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि इतने दिन की राजनीति में नीतीश कभी भी विधायकों और सासंदों से बारी-बारी नहीं मिले। मांझी जब नाव डूबाए तो उसे कौन बचाए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार ने तेजस्वी को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर जेडीयू की नाव को डूबाने का काम शुरू कर दिया था। नीतीश कुमार लाख कोशिश कर लें उनकी नाव डूबनी तय है और उनके सहयोगी ही उन्हें कुर्सी छोड़ने पर विवश कर देंगे। बीजेपी पहले ही कह चुकी है कि नीतीश की नाव 2024 पार नहीं कर पाएगी और इसकी शुरुआत हो चुकी है। अभी भी वक्त है नीतीश कुमार विधानसभा को भंग कर आरजेडी के बनाए आश्रम में चले जाएं। अपने राज्य को बचाने के लिए बिहार के लोग सक्षम हैं।