JAMUI: ससुराल आए युवक को पुलिस ने ऐसा पीटा कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया। घायल युवक ने गिद्धौर पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस इन आरोपों को खारिज कर दिया है। गिद्धौर थानाध्यक्ष रीता कुमारी ने बताया कि पेट्रोलिंग के दौरान शराब के नशे में धुत दो युवक पुलिस को देखकर भागने लगे और इसी दौरान उन्हें चोट लग गयी। युवक की किसी पुलिस कर्मी ने पिटाई नहीं की है युवक जो आरोप लगा रहा हैं वो गलत और बेबुनियाद है।
घायल युवक को परिजनों ने इलाज के लिए बरहट स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने इलाज शुरू किया। घायल युवक की पहचान जागो मांझी के बेटे मकेश्वर मांझी के रूप में हुई है जो लखीसराय जिले के सिंधौल इलाके का रहने वाला है। बताया जाता है कि मकेश्वर मांझी शनिवार की देर शाम अपने ससुराल बरहट थाना क्षेत्र के चंद्रशेखर नगर आया हुआ था। तभी गिद्धौर पुलिस की गश्ती दल ने ससुराल आए युवक मकेश्वर मांझी की पिटाई कर दी। पुलिस को पिटाई करते देख परिजनों ने हल्ला मचाया जिसके बाद गांव वाले मौके पर जुट गई। गांव के लोगों की भीड़ जुटता देख पुलिस मौके से फरार हो गयी।
घटना को लेकर शीला देवी ने बताया कि घायल मकेश्वर मांझी मेरी ननद के पति हैं। पेशाब करने के लिए वो देर शाम घर से बाहर निकले थे। तभी पेट्रोलिंग गाड़ी पर सवार पुलिस कर्मियों ने उन्हें जबरन बिठा लिया और गांव के बाहर ले गये जहां उनकी जमकर पिटाई कर दी। गिद्धौर थाने की पुलिस कर्मियों ने उसे इस कदर पीटा कि उसकी हालत गंभीर हो गयी। पुलिस की पिटाई से सिर पर गहरी चोट लग गयी। आनन-फानन में जिसे परिजनों ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों ने बताया कि थानेदार जो आरोप लगा रही है कि मकेश्वर मांझी ने शराब पी रखी थी जबकि मकेश्वर मांझी शराब नहीं पिये हुआ था।
इन पर आज तक कोई मामला दर्ज नहीं है। इसके बावजूद पुलिस ने उसकी पिटाई की। मामले पर गिद्धौर थानाध्यक्ष रीता कुमारी का कहना है कि शनिवार की देर शाम पेट्रोलिंग के दौरान दो युवक शराब के नशे में घूम रहे थे। पुलिस को देखकर भागने लगे और इसी दौरान गिरने से चोट लग गयी और वो घायल हो गये। थानेदार ने पुलिस पर पिटाई का आरोप को गलत बताया कहा कि यह सब बेबुनियाद है ऐसी कोई बात नहीं है। पुलिस ने युवक की पिटाई नहीं की। यह आरोप गलत है और निराधार है।