PATNA: बिहार में शराब पकड़ने के लिए राज्य की पूरी पुलिस लगी हुई है। शराब ढ़ूढ़ने के लिए खोजी कुत्ते मंगवाये गये हैं वही ड्रोन और हेलीकॉप्टर उड़ाकर शराब के ठिकाने की तलाश की जा रही है। हेलीकाप्टर और ड्राेन के बाद सुदूर इलाकों में शराब के धंधेबाजों पर नजर रखने के लिए अब सेटेलाइट फोन का सहारा लिया जाएगा।
बिहार में शराब के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। हेलीकाप्टर और ड्राेन के बाद अब सुदूर इलाकों में शराब धंधेबाजों पर नजर रखने के लिए सेटेलाइट फोन की मदद ली जाएगी। सेटेलाइट फोन के जरीये शराब की अवैध भट्ठियों को ध्वस्त करने के लिए दियारा, जंगल व सुदूर इलाकों में छापेमारी की जाएगी। विभाग ने इसे लेकर 5 सेटेलाइट फोन खरीदा है।
जंगल, पहाड़ी, दियारा और सुदूर ग्रामीण इलाकों में छापेमारी के दौरान पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन इलाकों में मोबाइल नेटवर्क नहीं रहने के कारण छापेमारी टीम को परेशानी हो रही थी। इसी समस्या को देखते हुए मद्य निषेध विभाग ने 5 सेटेलाइट फोन खरीदा है। जिसका इस्तेमाल करने की रणनीति बनायी गयी है। पुलिस टीम को बातचीत करने में कोई परेशानी ना हो इसे लेकर विभाग ने सेटेलाइट फोन का उपयोग करने का फैसला लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार एक सेटेलाइट फोन की कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये है। सेटेलाइट फोन में इनकमिंग और आउटगोइंग दोनों के लिए ही राशि का भुगतान करना पड़ता है। जिसका कॉल रेट 18 रुपया प्रति कॉल आता है। दियारा और पहाड़ी इलाके में निगरानी के में ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है वही नदी में गश्ती के लिए मोटरवोट को उतारा गया गया है अब सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल करने की रणनिती विभाग ने बनायी है। सेटेलाइट फोन इन इलाकों में छापेमारी के दौरान कारगर साबित होगा। छापेमारी दस्ते को अब कम्युनिकेशन में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी।