DESK : पीएम नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पर सदन को संबोधित कर रहे हैं.अपने संबोधन की शुरूआत में पीएम ने कहा कि मैं राष्ट्रपती का आभारी हूं. अच्छा होता विपक्ष राष्ट्रपति का भाषण सुनता, लेकिन उनके भाषण का प्रभाव इतना है कि विपक्ष बिना कुछ सुने भी इतना कुछ उनके भाषण पर बोल पाया है.
इसके बाद अपने संबोधन में आगे पीएम ने कहा कि पूरा विश्व अभी अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है. शायद ही किसी ने सोचा होगा कि मानव जाति को ऐसे कठिन दौर से गुजरना होगा, ऐसी चुनौतियों के बीच देश अब आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, ऐसे में हर किसी का ध्यान देश की ओर कुछ करने के लिए होना चाहिए. पीएम मोदी नेइस दौरान मैथिलीशरण गुप्त की कविता ‘अवसर तेरे लिए खड़ा है, फिर भी तू चुपचाप पड़ा है’ भी सदन में पढ़ी. इसके बाद उन्होंने कहा कि मैथिलीशरण गुप्त अभी होते तो कुछ और रचना करते.
इसके बाद पीएम मोदी ने कृषि कानूनों के मसले पर जारी आंदोलन को लेकर कहा कि MSP था, है और रहेगा. ऐसे में किसानों को आंदोलन खत्म करना चाहिए और चर्चा जारी रखनी चाहिए. अब वक्त आ गया है कि अब आंदोलनकारियों को समझाते हुए हमें आगे बढ़ना होगा. जो बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए. आंदोलन खत्म करें और चर्चा आगे चलती रहे. किसानों के साथ लगातार बात की जा रही है.