RSS: ‘सोने की चिड़िया’ नहीं, भारत को अब ‘शेर’ बनना है, दुनिया को सिर्फ शक्ति की भाषा समझ आती है: मोहन भागवत Bihar News: हमेशा के लिए बदल जाएगी बिहार के इस जिले की तस्वीर, 106 योजनाओं पर खर्च होंगे ₹59 करोड़ Bihar News: 2020 विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार होंगे कम मतदाता, पिछली बार 2005 में हुआ था ऐसा INDvsENG: टेस्ट क्रिकेट में भारत ने बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 148 साल से नहीं हुआ था यह कारनामा Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट, वज्रपात को लेकर भी IMD ने किया सावधान अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 08 Feb 2024 06:32:20 PM IST
- फ़ोटो
DELHI: हजारों की संख्या में संसद मार्च पर निकले किसानों का धरना प्रदर्शन खत्म हो गया है। मार्च पर निकले किसानों का कहना है कि सरकार की तरफ से उन्हें आश्वासन दिया गया है कि एक हाई पावर कमेटी बनाई जाएगी, जो उनकी समस्या का समाधान करेगी। धरना खत्म करने के बाद किसान नोएडा एक्सप्रेस-वे से हटने लगे हैं हालांकि, अभी भी नोएडा-दिल्ली मार्ग पर भीषण जाम लगा हुआ है।
दरअसल, दिसंबर 2023 से नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहीत जमीनों के बदले बढ़ा हुआ मुआवजा और भूखंड देने की मांग को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान समूहों ने अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ाने के लिए 7 फरवरी को 'किसान महापंचायत' बुलाया था और 8 फरवरी को दिल्ली में संसद तक विरोध मार्च निकालने का ऐलान किया था।
अपने ऐलान के मुताबिक किसानों ने महापंचायत बुलाई और संसद मार्च पर निकल गए थे। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली पहुंचने वाले थे लेकिन पुलिस ने किसानों को दिल्ली-नोएडा बोर्डर पर रोक दिया। जिसके कारण दिल्ली-नोएडा मार्ग पर भीषण जाम की स्थिति बन गई थी। किसान पिछले 6 घंटों से एक्सप्रेस वे पर धरना पर बैठे हुए थे और हाइलेवल कमेटी के गठन के आश्वन पर उनका धरना खत्म हुआ है।
कमेटी के पदाधिकारियों के साथ 8 दिनों में किसानों की मांग का विचार कराने का आश्वासन मिला है। कमेटी की रिपोर्ट के बाद किसान आगे की रणनीति तय करेंगे। किसानों की रात में 8 बजे कमीश्नर से मीटिंग है। किसानों ने कहा है कि वे झूठे आश्वासन के साथ नहीं हैं, अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो दिल्ली दूर नहीं है।