PATNA: बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भी जोरदार हंगामा हो रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा के एमएलसी ने विधान परिषद् में जमकर प्रदर्शन किया है।सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि विधान परिषद में आंगनबाड़ी सेविकाओं पर लाठीचार्ज क्यों? नीतीश शाही नहीं चलेगी की लगातार नारेबाजी भी किया है। इसी दौरान भाजपा के विधान पार्षद ने सदन के अंदर कुर्सी भी उठा ली है।
दरअसल, बिहार विधानसभा में आज सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा गेट के बाहर अचानक से सैकड़ों की तादाद में आगनबाड़ी सेविका पहुंच गई धरना - प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिन्हें बाद में काफी जोर - जबरदस्ती कर वहां से हटाया जा रहा है। इतना ही नहीं इनलोगों पर वाटर केनन उपयोग किया जा रहा है। इस दौरान लाठीचार्ज की भी बातें कही जा रही है। ऐसे में इसी बात को लेकर भाजपा के विधान पार्षद सदन में हंगामा करना शुरू कर दिया। उसके बाद भाजपा के पार्षद ने कुर्सी उठा ली। हालांकि, बाद में सदन की कार्यवाही स्थगित हो गयी।
उसी दौरान मंत्री आलोक मेहता ने जवाब देते हुए कहा है कि लाठीचार्ज नहीं हुई है। पानी छोड़ा गया है। हंगामे के बीच बिहार विधान परिषद की कार्यवाही 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। उसके बाद अब विधान सभा में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया गया है। लिहाजा विधान परिषद पहुंचते ही राबड़ी देवी ने कहा कि पूरे देश में जाति गणना करा ले सरकार।
आपको बताते चलें कि, राजधानी पटना में मंगलवार को आंगनबाड़ी सेविकाओं पर पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया। आंगनबाड़ी सेविकाएं विधानसभा घेराव करने के लिए निकली थीं। ये लोग अपनी मांगों को लेकर डेढ़-दो महीने से हड़ताल पर हैं। आंगनबाड़ी सेविकाओं ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है। एक आंगनबाड़ी सेविका की मौत का दावा किया जा रहा है . हालांकि इस पर प्रशासनिक पुष्टि नहीं की गई है।