PATNA : बक्सर लोकसभा सीट से अपना टिकट कटने के बाद अश्विनी चौबे बीजेपी से नाराज चल रहे हैं। वह कह रहे हैं कि आज तक किसी के आगे हाथ नहीं फैलाया और ना फैलाएंगे। मेरा यही कसूर है कि मैं फकीर हूं। हम तो बक्सर के हैं और बक्सर के ही रहेंगे। हम विष पीकर जगदीश बन गए हैं।
अश्विनी चौबे की बीजेपी से इस नाराजगी पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने उन्हें महागठबंधन में आने का न्योता दे दिया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में उनका स्वागत है। हमें उम्मीद नहीं थी कि पार्टी के इतने कद्दावर नेता का टिकट भी कट सकता है। सहनी ने कहा कि खैर घबरान की कोई बात नहीं है। हमलोग उनके साथ हैं। अश्विनी चौबे का महागठबंधन में हम स्वागत करते हैं। वही सारण से राजद प्रत्याशी व लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी अपने चुनाव प्रचार में शामिल होने का निमंत्रण अश्विनी चौबे को दिया है।
दरअसल गया में चुनाव प्रचार करने के बाद मुकेश सहनी जब पटना एयरपोर्ट लौटे, तब उन्होंने मीडिया से ये बातें कही। उन्होंने कहा कि गया की चुनावी रैली में इतनी भीड़ उमड़ी, जितनी मोदी जी की रैली में भी नहीं उमड़ी होगी। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा मोदी जी से खासे नाराज हैं। अब वो मोदी जी के झांसे में आने वाले नहीं हैं। युवा वर्ग तंग और परेशान हो चुका है। पिछले दस साल से नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। बिना नौकरी के घर और समाज में भी उन्हें इज्जत नहीं मिल रही है। युवाओं ने केंद्र की मोदी सरकार को बदलने का मन बना लिया है।
सहनी ने कहा कि युवाओं को नौकरी देने के बजाय मोदी जी निजीकरण में ज्यादा विश्वास रखते हैं। सारी सरकारी संस्थानों को प्राइवेट करने में लगे हैं। अडाणी और अंबानी को सब कुछ देने में जुटे हुए हैं। सेना में बहाली को भी 4 साल के लिए अग्निवीर में बदल दिया है। देश में उनका रवैया तानाशाह जैसा है। दो-दो सीएम को फर्जी केस में जेल में डाल दिया गया है। यह देश के लिए सही नहीं है। हमारे पूर्वज देश की आजादी के लिए इसलिए शहीद हुए थे कि उनकी आने वाली पीढ़ी सिर उठाकर जिये। उन्हें कोई परेशान न करे।
मुकेश सहनी ने आगे कहा कि यह लोकतंत्र है, न कि राजतंत्र। लेकिन मोदी इसे राजतंत्र की ओर ले जा रहे हैं। गलत तरीके से सीएम को जेल में डाल दिया गया है। मुकेश सहनी ने कहा कि खैर कोई बात नहीं। न्यायपालिका पर हमें पूरा भरोसा है। आने वाले दिनों में सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।