SAHARSA: छत्तीसगढ़ में राजनीतिक मुद्दा बन चुका सट्टा ऐप महादेव बुक का सहरसा कनेक्शन सामने आया है। साईबर डीएसपी अजीत कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने तीन साईबर अपराधियों को काशनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। हालाकि एक अपराधी भागने में सफल रहा।
सदर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते साईबर डीएसपी अजीत कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार सघन वाहन जांच के क्रम में काशनगर थाने को सूचना मिली थी कि कुछ युवक जमुनिया की तरफ से काशनगर की ओर आ रहे हैं जो साईबर अपराधी हैं। उक्त सूचना के सत्यापन के लिए कोपा चौंक के पास से गुजरने वाले वाहनों की जांच की गयी। जिस कार में साइबर अपराधी बैठे थे उनकी नजर पुलिस की चेकिंग पर पड़ गयी जिसके बाद सभी पुलिस को देख वहां से भागने लगे। लेकिन पुलिस ने खदेड़कर तीन साईबर फ्रॉड को धड़ दबोचा।
जब इनकी तलाशी ली गयी तो पास से चार मोबाईल, दो एटीएम, तीन पासबुक, पांच सीम एवं एक वाईफाई राउटर बरामद किया गया। मोबाईल जाँच करने पर पता चला की इनके द्वारा ऑनलाईन गेमिंग लिंक बनाकर ऑनलाईन ठगी की जा रही है। तीन साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गयी है। डीएसपी ने बताया कि पकड़े गये लोग साइबर ठग हैं जो महादेव बुक सट्टा ऐप से जुड़े है। ये लोग ग्रामीण क्षेत्र के गरीब और नासमझ लोगों के नाम पर विभिन्न बैंकों में ऑनलाइन खाता खोलकर साईबर क्राइम करते हैं।
इनके पास से भी कई बैंक खाता होने की जानकारी मिली है जो बेगूसराय सहित अन्य जगहों के लोगों के नाम पर है। ये लोग खाता खुलवाने के नाम पर उन लोगो का सभी जानकारी अपने पास रख लेते थे और उसी खाता से अपराध को अंजाम देते है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में इंडसएंड बैंक, बैंक ऑफ कर्नाटका सहित कई अन्य बैंक जो राज्य के बाहर के शाखा में ऑनलाइन केवाईसी कर खोला गया है कि जानकारी मिली है। जिसकी जांच चल रही है उस खाता को फ्रिजकर अग्रतर कारवाई होगी। उन्होंने बताया कि जांच में यह बाते सामने आई है कि महीना में करोड़ों का ट्रांजैक्शन ये लोग करते हैं। फिलहाल गिरफ्तार सभी साइबर ठगो को को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।