पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
1st Bihar Published by: RITESH HUNNY Updated Thu, 10 Oct 2024 04:16:00 PM IST
SAHARSA: सहरसा के महिषी प्रखंड में सवा लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। ऐसे में जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के बीच सूखा राशन देने के लिए पंचायत में राहत सामग्रियों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया लेकिन महिषी प्रखंड के तेलवा पंचायत में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री नहीं मिल पाया है। गुरुवार को दर्जनों बाढ़ पीड़ित सहरसा जिलाधिकारी के आवास पर पहुंचे और वहां जमकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
सहरसा डीएम से राहत उपलब्ध करवाने की मांग करने लगे। महिषी प्रखंड के तेलवा पंचायत खोराबरतर गांव वार्ड 03 के दर्जनों महिला बाढ़ पीड़ित माधुरी राम, तैती देवी, सहजी देवी, सबों देवी, कविता, प्रमिला देवी गायत्री देवी, जयमाला देवी समेत अन्य ने बताया कि बीते 30 सितंबर को पश्चिमी कोसी तटबंध टूट जाने के कारण बाढ़ का पानी पूरे इलाके में फैल गया। जिसकी वजह से कई घर बाढ़ के पानी में डूब गया। जिसके बाद ग्रामीण कोसी बांध पर शरण लिए हुए हैं।
दरअसल सरकार की ओर से सूखा राशन वार्ड सदस्य को मुहैया कराया गया। वार्ड सदस्य अमेरिका देवी ने बाढ़ राहत सामग्री अपने घर पर ही रख लिया। उनसे बाढ़ राहत सामग्री की मांग की गई उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा मेरा मन होगा तो देंगे नहीं तो नहीं देंगे। राशन सामग्री नहीं मिलने से नाराज बाढ़ पीड़ितों ने महिषी अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को इस बात की सूचना फोन करके दी। उन्हें आश्वासन दिया गया कि जल्द ही राशन उपलब्ध करा दिया जाएगा।
जिसके बाद 1 किलो चावल और मात्र 1 किलो चूरा देकर खानापूर्ति की गई। इसे लेकर बाढ़ पीड़ित सहरसा जिला पदाधिकारी के आवास पर पहुंच गये और प्रदर्शन करने लगे। बाढ़ पीड़ितों ने राशन और राहत सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की। कहा की वार्ड सदस्य घर पर राशन रखे हुए हैं वो बाढ़ पीड़ितों को राशन नहीं दे रहे हैं। सहरसा डीएम आवास पर प्रदर्शन कर रहे बाढ़ पीड़ितों ने डीएम से मदद की गुहार लगा रहे हैं।