सदियों के बलिदान की कहानी है राम मंदिर, बोले PM मोदी ... अब देश के कोने -कोने में गूंजता है श्री राम नाम

सदियों के बलिदान की कहानी है राम मंदिर, बोले PM मोदी ... अब  देश के कोने -कोने में गूंजता है श्री राम नाम

DESK : लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में अब महज आठ दिनों का समय शेष रह गया है। ऐसे में इन अंतिम दिनों में तमाम राजनेता काफी जोर -शोर से चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अमेरिकी पत्रिका को इंटरव्यू दिया है। जिसमें पीएम ने साफ़ -साफ़ शब्दों में कहा है कि भगवान श्री राम का नाम भारत की राष्ट्रीय चेतना पर अंकित है। 


पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम के जीवन ने देश की सभ्यता में विचारों और मूल्यों की रूपरेखा तय की है। अमेरिकी पत्रिकाके साथ बातचीत में पीएम मोदी ने चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों पर भी खुलकर बात की है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन पर चर्चा करते हुए कहा है कि - "भगवान राम के जीवन ने हमारी सभ्यता में विचारों और मूल्यों की रूपरेखा तय की है। उनका नाम देश के कोने-कोने में गूंजता है। इसलिए, 11 दिनों के विशेष अनुष्ठान के दौरान मैंने उन जगहों पर तीर्थयात्रा की जहां श्री राम के पदचिह्न हैं। इस यात्रा के दौरान मैं देश के विभिन्न कोनों तक पहुंचा। हमने देखा कि श्री राम हम सभी के भीतर पूज्य स्थान रखते हैं।"


वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर सदियों की दृढ़ता और बलिदान की पराकाष्ठा है। श्री राम की अपने जन्मस्थान पर वापसी राष्ट्र के लिए एकता का एक ऐतिहासिक क्षण था। यह सदियों की दृढ़ता और बलिदान की पराकाष्ठा थी। जब मुझे समारोह का हिस्सा बनने के लिए कहा गया तो मुझे पता था कि मैं 1.4 अरब लोगों का प्रतिनिधित्व करूंगा। देश के लोगों ने राम लला की वापसी का गवाह बनने के लिए सदियों से धैर्यपूर्वक इंतजार किया है।


पीएम मोदी ने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के पदभार संभालने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में क्षेत्र की शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने की वकालत की है। लेकिन पीएम मोदी ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करने से परहेज किया। मोदी ने कहा कि वह पाकिस्तान के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे।


इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच शांतिपूर्ण रिश्ते पूरी दुनिया के लिए अहम है। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा की स्थिति का समाधान किया जाना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चली आ रही स्थिति को तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है। ताकि हमारी द्विपक्षीय बातचीत को सामन्य बनाया जा सके। भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल हमारे दोनों देशों के लिए बल्कि दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।''