सदन में उठी अनुदान राशि बढ़ाने की मांग, बेल में आकर विपक्ष ने किया हंगामा; स्पीकर ने दी चेतावनी

सदन में उठी अनुदान राशि बढ़ाने की मांग, बेल में आकर विपक्ष ने किया हंगामा; स्पीकर ने दी चेतावनी

PATNA : बिहार विधानसभा का बजट सत्र में आज राजनीतिक हलचल तेज है। महागठबंधन के तीन विधायकों के पाला बदलने के कारण आज इस बात पर सबकी नजर है कि आज भी क्या कुछ विधायक पाला बदल सकते हैं। वहीं विधानसभा की कार्यवाही प्रश्न काल से शुरू हो चुकी है, आज प्रश्न काल की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के विधायक मजदूरों की मुद्दों को लेकर बेल में आकर हंगामा करने लगे। उसके बाद स्पीकर के तरफ से चेतावनी भी दी गयी है।


दरअसल, विधानसभा में आज प्रश्नोत्तर काल के दौरान भाजपा विधायक विनय बिहारी के तरफ से यह पूरक सवाल किया गया। उन्होंने कहा कि -बिहार में यदि किसी मजदूर की मौत होती है तो चार लाख और बिहार से बाहर उसकी मौत होती है तो 2 लाख दिए जाते हैं तो यह लाश की कीमत भी दो और चार हो गई है मेरे समझ से बाहर है। मैं यह चाहता हूं कि बिहार के बाहर भी यदि कोई मजदूर की अकाल मृत्यु हो जाती है तो उसे चार लाख की राशि प्रदान की जाए।


उसके बाद इस सवाल का जवाब देते हुए श्रम संसाधन विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि -सदस्य की चिंता स्वाभाविक है लेकिन इनको जानकारी है कि पहले भी जब हमारी सरकार थी और जब मैं मंत्री था इसी विभाग का तब अनुदान राशि को बढ़ाया गया था। और जो 4 लाख देने की बात कही जाती है वह आपदा विभाग से संबंधित है ना कि श्रम संसाधन विभाग से श्रम  संसाधन विभाग अपने तरफ से अभी तक ₹200000 देती है। तो सभी चीज साफ हो जाती है।


इसके बाद विनय बिहारी ने कहा कि मेरी आग्रह है कि सरकार हमारी है और जब हमारी ही सरकार ₹1 नहीं मिलता था तो दो लाख रुपए कर दी तो अब मैं चाहता हूं कि से चार लाख कर दिया जाए। उसके बाद विपक्ष के विधायक भी इस सवाल को उठाने लगे और हंगामा करने लगे। उसके बाद स्पीकर ने कहा कि पहले आप लोग बैठ गए फिर इस पर मंत्री से जवाब लिया जाएगा।


उधर, के हंगामा को देख विजय सिंह भी एक्शन में आ गए और कहां की मजदूरों के प्रति उनकी चिंता तो इस समय देखने को मिली थी जब इनके पास विभाग था मैं तो कुछ भी नहीं किया जो कुछ किया है हम नहीं किया है और हमारी चिंता मजदूरों के प्रति हमेशा रही है और अभी तक श्रम संसाधन विभाग ₹200000 देती है और आपदा विभाग ₹400000 देती है तो कुल मिलाकर ₹6 लाख मिलते हैं। अब इससे अधिक जरूरत होगी तो विभाग इस पर जरूर ध्यान देगा।


उधर, मंत्री के तरफ से स्पष्ट जवाब नहीं लगने का आरोप लगाते हुए विपक्षी विधायक बेल में उतर गए और हंगामा करने लगे। विपक्ष के विधायक रिपोर्टर टेबल के पास आकर हंगामा करने लगे। ऐसे में स्पीकर नंद किशोर यादव ने कहा कि मैं यह बर्दाश्त नहीं करूंगा। आप लोग इस तरह का काम मत किया कीजिए। हालांकि, इस हंगामा के साथ ही सदन की कार्यवाही संचालित रही।