PATNA : सड़क पर सिपाही को उठक बैठक कराने के मामले में अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार के खिलाफ विभागीय जांच होगी. फर्स्ट बिहार की खबर का संज्ञान लेते हुए कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने विभाग के उच्च अधिकारियों से जांच कराने का आदेश दिया है. फर्स्ट बिहार से कोई बातचीत में मंत्री प्रेम कुमार ने कहा है कि इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी नजर आ रहे जिला कृषि पदाधिकारी अररिया को शो कॉज नोटिस भेजा जा रहा है.
मंत्री प्रेम कुमार ने कहा है कि कोरोना महामारी के बीच बिहार पुलिस के जवान लगातार सड़कों पर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. ऐसे में पुलिस के जवानों का सम्मान सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है और अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी ने जिस तरह घटना को अंजाम दिया है. वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है मंत्री प्रेम कुमार ने कहा है कि विभागीय जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी अधिकारी के ऊपर कार्रवाई की जाएगी. प्रेम कुमार ने कहा कि जवान कोरोना संकट को लेकर दिन रात ड्यूटी करने के लिए सड़क पर है. ज्वाइंट डायरेक्टर पूर्णिया को मंत्री ने जांच करने का आदेश दिया है. मंत्री ने कहा कि जांच के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी. अधिकारी पर शो कॉज किया गया है.
कृषि पदाधिकारी ने किया था अपमानित
यह विवाद अररिया जिले के कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार से जुड़ा हुआ है. अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार ने गुंडागर्दी दिखाते हुए ड्यूटी पर तैनात एक चौकीदार को सड़क पर बेइज्जत किया है. सिपाही का कसूर केवल इतना था कि उसने लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए जिला कृषि पदाधिकारी की गाड़ी रोक डाली. दसअसल आज सिपाही यह जानकारी लेना चाह रहा था कि गाड़ी किसकी है लेकिन इतनी सी बात पर जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार भड़क गए उन्होंने सिपाही की ऐसी की तैसी कर दी.