‘सब मिलकर लड़े तो बीजेपी का जीतना मुमकिन नहीं’ दिल्ली में I.N.D.I.A की बैठक पर बोले नीतीश के मंत्री

‘सब मिलकर लड़े तो बीजेपी का जीतना मुमकिन नहीं’ दिल्ली में I.N.D.I.A की बैठक पर बोले नीतीश के मंत्री

PATNA: दिल्ली में कल यानी 19 दिसंबर को इंडी गठबंधन की चौथी बैठक आयोजित होने जा रही है। दावा किया जा रहा है कि बैठक में गठबंधन के सभी 28 दलों के शीर्ष नेता शामिल होंगे। आरजेडी से लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। बैठक में जेडीयू से खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होने वाले हैं। उधर, बीजेपी और एनडीए के सहयोगी दल बैठक को लेकर हमलावर हो गए हैं।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बैठक को लेकर कहा कि पहले विपक्ष अलग अलग बिखरा हुआ था लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से सब पार्टियां एकजुट हुईं और पटना में पहली बैठक हुई। अगर सब मिलकर लड़े तो बीजेपी का जीतना मुमकिन नहीं है। चौथी बैठक कल दिल्ली में होगी। सीएम नीतीश कह चुके हैं कि अगर एक साथ लड़े तो मुद्दा फिर राज्यावर हो जायेगा।


उन्होंने कहा कि सीट के बटवारे की बात आएगी। सभी दल चाहते हैं कि समय रहते राज्यवार सीटों का बंटवारा हों जाए। बिहार के लोग यही उम्मीद कर रहे हैं कि कल की बैठक में इसपर ठोस बातचीत होगी। हमारा एजेंडा पहले से ही साफ है। जेडीयू वर्तमान केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ है। इतिहास बदलने की साजिश हो रही है। जो भी भारत का नागरिक होगा वो इतिहास से छेड़छाड़ पसंद नहीं करेगा। ऐसे लोगो की पसंद इंडी गठबंधन है।


वहीं राम मंदिर के उद्घाटन पर विजय चौधरी ने कहा कि राम मंदिर बन जायेगा पर इसका कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। राम का नाम लेकर तराजू पर रख के तोलने वाली बात थोड़ी है। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, जो सवाल उठाते है वो भगवान की मर्यादा से खेलना चाहते हैं। तीन राज्यों में कांग्रेस की हार पर मंत्री ने कहा कि सभी प्रदेशों में गठबंधन के घटक दल आपसी सहमति से चुनाव लड़ते तो परिणाम कुछ और होते।


विजय चौधरी ने कहा कि देश के हर कोने से जाति आधारित गणना की मांग हो रही है। महाराष्ट्र के सरकार के उपमुख्यमंत्री भी मांग कर रहे हैं। चुनावी मुद्दा ये नही बनेगा ये आम लोगो का मुद्दा बन चुका है। वहीं संसद में विपक्ष के सांसद को सस्पेंड करने पर उन्होंने कहा कि संसद में जो भी चूक हुआ उसे सब मान रहे हैं। चूक कोई छोटी चूक नहीं है यह भयानक चूक है। विपक्षी दल इस मुद्दे को गंभीरता से लेने के लिए दवाब बना रहे तो कोई गलत नहीं कर रहे।