PATNA : इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या को 11 दिन गुजर चुके हैं और आज 12वें दिन पुलिस से इस हाईप्रोफाइल मर्डर केस में कोई खुलासा कर पाती है या नहीं इस पर नजरें टिकी हुई हैं.
कोई सुराग नहीं मिला
अब तक पुलिस ने रूपेश हत्याकांड को लेकर कोई अहम खुलासा नहीं किया है. 12 जनवरी को रूपेश कुमार सिंह की हत्या पटना के पुनाइचाक में स्थित उनके अपार्टमेंट के सामने कर दी गई थी. पिछले 11 दिनों में पटना पुलिस ने चार लोगों का पूछताछ की सीडीआर को खंगाला सीसीटीवी के फुटेज को देखा, लेकिन अब तक उसके हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा है.
डीजीपी का दावा भी हो रहा फेल
बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने 5 दिन पहले दावा किया था कि पुलिस रूपेश हत्याकांड में जल्द खुलासा कर देगी. डीजीपी ने रुपेश से की हत्या के पीछे पार्किंग ठेकेदारी को लेकर विवाद की तरफ संकेत दिए थे. लेकिन उनकी इस थ्योरी पर भी पुलिस मुहर नहीं लगा पाई. शुक्रवार को खबर आई कि पुलिस ने इस मामले में गुजरात से एक पुराने क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले शख्स को उठाया जो वहां ठेकेदारी का काम करता है. लेकिन इस मामले में भी अब तक कोई अहम डेवलपमेंट नहीं हो पाया. पटना के एक बड़े बिल्डर से भी पुलिस ने पूछताछ की लेकिन नतीजा सामने नहीं आया. अब पुलिस पटना के बाइकर्स गैंग पर नजर गड़ाए हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक एटीएस ने इस मामले में तीन बाइकर्स को उठाया है पुलिस को शक है कि यह बाइकर्स रूपेश मर्डर केस को लेकर अहम सुराग दे सकते हैं.
एसआईटी की टीम ने शनिवार को कंकड़बाग बोरिंग रोड, एसके पुरी, शास्त्री नगर, फुलवारी शरीफ और बेऊर जैसे इलाकों में कई जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी के दौरान तीन बाइकर्स को उठाया गया. पुलिस की एक टीम रुपेश के गांव भी पहुंची. वहां उनके परिजनों से भी पूछताछ हुई है. रूपेश हत्याकांड को लेकर बिहार के बाहर अभी आधा दर्जन टीमें काम कर रही हैं. टीमों के जरिए अलग-अलग जगहों पर जांच जारी रखी है लेकिन अब तक रूपेश हत्याकांड को लेकर कोई खुलासा नहीं हो पाया है. पुलिस ने रूपेश की हत्या के पीछे जो थ्योरी बताई थी वह उसी में उलझ कर रह गई है.