Bihar Election 2025 : पहले चरण में उच्च शिक्षाधारी उम्मीदवारों का दबदबा, इंजीनियर, डॉक्टर, पीएचडी और डी-लिट शामिल; जानिए कितने पढ़े -लिखें हैं आपके नेता Bihar Assembly Elections 2025 : पहले चरण में भाजपा के बड़े चेहरे दांव पर, तय होगी 11 मंत्रियों की प्रतिष्ठा Bihar News: छठ पर्व को लेकर रेलवे का बड़ा फैसला, इस महानगर से बिहार के लिए दर्जनों विशेष ट्रेनों का ऐलान Bihar Assembly Election 2025 : IRCTC होटल मामले में लालू-राबड़ी-तेजस्वी पर CBI की जांच तेज, अगले हफ्ते से शुरू होगा ट्रायल Indian Railways: रेलवे ने बदल दिया यह नियम, ट्रेन में आरामदायक सफर के लिए जानें पूरी डिटेल Bihar Election 2025 : 14 पूर्व सांसद विधायक बनने के लिए मैदान में उतरे, जानिए किस पार्टी ने दिए सबसे ज्यादा टिकट; क्यों अपनाई यह रणनीति Bihar Election 2025 : वाह नेता जी वाह : चुनाव में बाजी मारने के लिए जनता के बीच घड़ी बंटवाने लगे मिथांचल वाले मंत्री जी ! अब आयोग लेगा एक्शन; क्या बढ़ जाएगी मुश्किलें ? Bihar News: बिहार में यहां 2 नई रेलवे लाइनें बिछाने की तैयारी, खर्च होंगे कुल ₹4879 करोड़ Bihar News: छठ में घर आना हुआ मुश्किल, ट्रेन में नहीं मिल रही सीट; जानिए रेलवे ने क्या कहा Bihar News: बिहार में इस ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए सरकार ने जारी किए ₹472 करोड़, स्थानीय लोगों में ख़ुशी की लहर
1st Bihar Published by: Updated Tue, 09 Mar 2021 11:12:39 AM IST
- फ़ोटो
SHEKHPURA : बिहार की सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भले ही बड़े-बड़े दावे करे, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत क्या है इसकी तस्वीर अक्सर लोगों के सामने आते रही थी. अपनी लचर व्यवस्था के लिए जाने पहचाने जाने वाले बिहार के स्वास्थ्य विभाग में एक गड़बड़ी का बड़ा मामला सामने आया है.
मंगलवार को विधानसभा पहुंचे शेखपुरा के राजद विधायक विजय सम्राट ने बिहार में सिविल सर्जनों की तैनाती का मामला उठाते हुए कहा है कि शेखपुरा में जिस सिविल सर्जन की तैनाती राज्य सरकार ने किया है उनकी मृत्यु फरवरी महीने में ही हो चुकी है.
विधायक ने बताया कि सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के तरफ से एक सिविल सर्जन का तबादला का एक नोटिफिकेशन जारी किया था. उसके अनुसार जिस सिविल सर्जन को डॉ वीर कुंवर सिंह का शेखपुरा में तबादला किया गया है, उनकी फरवरी में ही मृत्यु हो गई है. उनके मौत का कारण कोरोना संक्रमण में बताया गया था. अब ऐसे में वो अब पदभार कैसे ग्रहण करेंगे ये तो स्वास्थ्य विभाग ही बताएगा.
बता दें कि राजद के विधायक लगातार नीतीश सरकार के स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि बिहार में अब मरे हुए डॉक्टरों की तैनाती अस्पताल में इलाज करने के लिए किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग इतनी बड़ी चूक कैसे कर देता है. क्या इसकी जानकारी विभाग को नहीं थी. जब स्थानीय विधायक होने के नाते मुझे इस बात की जानकारी हो सकती है तो फिर सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को क्यों नहीं. राजद विधायक ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है, जिसमें किसी मरे हुए व्यक्ति की तैनाती सरकार ने की हो. विभाग अक्सर ऐसी गलतियां करता है और इससे कुछ नहीं सिखता.