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1st Bihar Published by: Updated Thu, 19 Aug 2021 03:53:27 PM IST
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GAYA : बिहार में जातीय जनगणना काफी हॉट टॉपिक बना हुआ है. इस मसले पर एनडीए के घटक दल बीजेपी और जेडीयू की राय भी अलग रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक तरफ जहां इस मुद्दे पर विपक्षी दलों के साथ खड़े हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी अपने स्टैंड पर कायम रहकर इसे जात-पात की राजनीति बता रही है. केंद्र में ऊर्जा मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता आरके सिंह ने भी जातीय जनगणना को विपक्ष की जात-पात की राजनीति का जरिया बता दिया है. उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव को आड़े हाथ लेते हुए उनसे ही सवाल कर दिए हैं.
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत को लेकर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह आज गया पहुंचे. गया में प्रेस कांफ्रेंस कर पहले तो उन्होंने मोदी सरकार के 7 साल की उपलब्धियों को गिनाया फिर जब सवाल जातीय जनगणना का आया तो उन्होंने विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा.
आरके सिंह ने कहा कि विपक्ष के नेता केवल बात करते हैं. जब बात जाति की आती है तो ये लोग तुरंत आगे आ जाते हैं. लालू यादव भी बिहार में जाति के नाम पर आगे आये. लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री भी बनाया लेकिन बदले में उन्होंने लोगों के लिए क्या किया, यह सवाल उनसे करना चाहिए. 15 साल तक प्रदेश में उनका शासनकाल रहा लेकिन आजतक उन्होंने किसी जाति के लिए कुछ नहीं किया.
आरके सिंह ने कहा कि लालू यादव और विपक्षी दलों के नेताओं को जाति के नाम पर केवल वोट लेने आता था लेकिन जब बात इन्हीं जाति के लोगों की आती है तो इनके पास कोई जवाब नहीं होता. हालांकि प्रेस कांफ्रेंस में जब नीतीश कुमार के जातीय जनगणना को समर्थन देने की बात पर सवाल किया गया तो आरके सिंह इससे बचते दिखे.