RJD एमएलसी के ऊपर फिर से लगा अप्राकृतिक यौनाचार का आरोप, सचिवालय थाने में युवक ने की शिकायत

RJD एमएलसी के ऊपर फिर से लगा अप्राकृतिक यौनाचार का आरोप, सचिवालय थाने में युवक ने की शिकायत

PATNA : राष्ट्रीय जनता दल के विधान पार्षद रामबली सिंह चंद्रवंशी एक बार फिर से मुश्किलों में घिर गए हैं। रामबली सिंह चंद्रवंशी के ऊपर एक युवक ने अप्राकृतिक यौनाचार का आरोप लगाया है। युवक ने इस बाबत पटना के सचिवालय थाने में लिखित शिकायत भी दी है। आपको बता दें कि आरजेडी एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी पटना स्थित बीएन कॉलेज के प्रोफेसर भी हैं। इसके पहले भी रामबली सिंह चंद्रवंशी के ऊपर इसी तरह का आरोप लग चुका है। रामबली सिंह चंद्रवंशी जब आरजेडी से विधान पार्षद बनने वाले थे तब भी उनके ऊपर एक युवक ने अप्राकृतिक यौनाचार और मानसिक उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था। तब पीरबहोर थाने में कम्प्लेन दर्ज कराई गई थी। युवक ने पटना के सचिवालय थाने में जो लिखित शिकायत दी है उसमें पीरबहोर थाने में एमएलसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था उसका जिक्र भी है।


युवक की तरफ से जो लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। उसके मुताबिक 4 फरवरी की शाम वह अपने दो दोस्तों के साथ एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी के फ्लैट पर गया था। उनसे कुछ काम था लेकिन रात में आरजेडी एमएलसी ने उन्हें घर पर ही रोक लिया।एमएलसी ने दोनों दोस्तों को नीचे वाले कमरे में और मुझे ऊपर वाले कमरे में साथ सोने के लिए बोला। पुलिस को दिए गए आवेदन में पीड़ित ने कहा है कि रात 11 बजे रामबली सिंह चंद्रवंशी ने अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के साथ-साथ अश्लील हरकत करने लगे। विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट की और झूठे केस में फंसाने के साथ-साथ जान से मारने की धमकी भी दी। इसी तरह युवक वहां से बच कर निकल पाया। रामबली सिंह चंद्रवंशी का सरकारी आवास ब्लाक के क्षेत्र नए एमएलसी वाटर संख्या 44 है और सचिवालय थाने को जो शिकायत मिली है उस पर पुलिस से जांच कर रही है।


आरजेडी एमएलसी के ऊपर इस तरह के आरोप पहली बार नहीं लगे हैं। 2 साल पहले उनके ऊपर इसी तरह का आरोप लगा था। तब पीरबहोर थाने में एफ आई आर दर्ज कराई गई थी। इस पूरे घटनाक्रम पर आरजेडी एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कहां है युवक की तरफ से जो आरोप लगाया जा रहा है वह निराधार है। 4 फरवरी को वह अपने दो दोस्तों के साथ उनके फ्लाइट पर आया जरूर था लेकिन फंड मांगने के लिए। रवि चंद्रवंशी ने कहा है कि जब फंड नहीं दिया तो साजिश के तहत उसने पुलिस में मेरे खिलाफ कंप्लेंट कर दी उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। जब 2 साल पुराने केस की बाबत डीएमएलसी से बातचीत की गई तो उन्होंने यह कहा किताब केस करने वाले की पहचान भी नहीं हुई थी।