PATNA : इंडिगो के एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को एक महीना पूरा होने वाला है. रूपेश सिंह की हत्या 12 जनवरी को कर दी गई थी लेकिन एक महीने बाद भी अब तक के पटना पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. पटना पुलिस ने 3 फरवरी को यह खुलासा किया था कि रोडवेज की मामूली वारदात को लेकर रूपेश सिंह की हत्या ऋतुराज ने कर दी. मुख्य आरोपी ऋतुराज के खिलाफ पहले आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया और उसे जेल भेज दिया गया लेकिन अब पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में दर्ज केस के अंदर रूपेश की हत्या के मामले में ऋतुराज को आरोपी बनाने की तैयारी शुरू कर दी है.
ऋतुराज को हत्या का आरोपी बनाने के लिए पुलिस ने कोर्ट में आवेदन दिया है. इस मामले पर आज सुनवाई होगी. ऋतुराज के खिलाफ पहली f.i.r. राम कृष्णा नगर थाने में आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने जो खुलासा किया था उसके मुताबिक ऋतुराज के साथ हत्याकांड में शामिल तीन अन्य आरोपी अब तक उसकी पकड़ से बाहर है. पुलिस लगातार इन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हाथ-पांव मार रही है लेकिन अब तक हाथ खाली है.
ऋतुराज हत्याकांड में पटना पुलिस ने जो थ्योरी दी है, उसे रूपेश सिंह का परिवार सिरे से खारिज कर रहा है. बुधवार को भी रुपेश के बड़े भाई नंदेश्वर सिंह में फर्स्ट बिहार से बातचीत में कहा था कि वह किसी भी कीमत पर यह मानने को तैयार नहीं कि रोडवेज की घटना में उनके भाई की हत्या हुई. परिवार मुख्यमंत्री से मुलाकात कर कह चुका है कि अगर एक महीने में पटना पुलिस कोई नतीजा नहीं दे पाती है तो इस मामले को सीबीआई जांच के लिए भेजा जाए. परिवार ने सीबीआई जांच हाई कोर्ट की निगरानी में कराने की मांग रखी है.