ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR NEWS : बिहार में इस दिन होगी दीपावली की सरकारी छुट्टी, नीतीश सरकार का बड़ा फैसला BIHAR ELECTION : सीट बंटवारे को लेकर NDA ने बुलाई बैठक, चिराग- मांझी और कुशवाहा के शामिल होने पर संशय; फिर कैसे बनेगी बात ? Reserve Bank of India: इस बैंक को RBI ने किया बंद, क्या आपका भी है अकाउंट तो जान लें पूरी खबर? Bihar Election 2025: प्रधान और तावड़े से नहीं माने चिराग, क्या शाह की कॉल से मानेंगे मोदी के हनुमान Bihar Sand Mining: तीन महीने की बंदी के बाद फिर खुलेगा बालू खनन का रास्ता, जानें कब से गूंजेगी मशीनों की आवाज! PAWAN SINGH : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ी पवन सिंह की सुरक्षा, मिली Y प्लस सुरक्षा, बीजेपी इस सीट से लड़ा सकती है चुनाव Bihar Election 2025: बिहार के अंदर इस मामले में भी तेजस्वी से आगे नीकली NDA, इस जगह भी महागठबंधन नहीं दे पा रहा टक्कर Special Vigilance Unit raid : SVU की बड़ी कार्रवाई विद्युत कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर छापेमारी, करोड़ों की संपत्ति की जांच Bihar Jobs 2025: बिहार में युवाओं के लिए बड़ा मौका, इन पोस्ट पर होगी बहाली; जानिए कैसे भरें फॉर्म और क्या है योग्यता Bihar Politics: 'बिहार चुनाव में पुरे होंगे सपने ...,' रामविलास की बरसी पर बोले चिराग पासवान ...जो जिम्मेदारी उनके कंधों पर सौंपी उसे निभाना हमारा लक्ष्य

रिश्वत मांगने के आरोप में पंचायत सचिव सस्पेंड, डीएम ने किया कार्रवाई

1st Bihar Published by: AKASH KUMAR Updated Tue, 06 Dec 2022 05:15:26 PM IST

रिश्वत मांगने के आरोप में पंचायत सचिव सस्पेंड, डीएम ने किया कार्रवाई

- फ़ोटो

AURANGABAD : बिहार के औरंगाबाद से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। यहां, वार्ड और मुखिया से रिश्वत मांगने के आरोप में पंचायत सचिव अवधेश यादव को रिश्वतखोरी के आरोप में जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने निलंबित कर दिया है।


दरअसल, यह मामला औरंगाबाद जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत पंचायत कर्मा भगवान पंचायत की है। जहां पंचायत सचिव अवधेश कुमार यादव का कुछ दिनों पहले रिश्वत मांगने की वीडियो क्लिप अधिकारियों को मिली थी। जिसके बाद मामले की जांच कराई गई तो आरोप सही पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी द्वारा पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया। 


बताते चले कि, कुछ दिन पहले वार्ड से पांच प्रतिशत और सात प्रतिशत रिश्वत मांगने का स्टिंग ऑपरेशन समाजिक कार्यकर्ताओ के द्वारा कर लिया गया था। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर वीडियो खूब वायरल हुआ था।जिसमें पदाधिकारियों का अपमान हुआ था। अब इसके आलोक में जांच पड़ताल करने के उपरांत यह कार्रवाई की गई है। 


गौरतलब हो कि, पंचायत सचिव पर आरोप था कि वह वार्ड सदस्य एवं मुखिया से पंचायत योजनाओं में पांच प्रतिशत और सात प्रतिशत कमीशन मांगता है। हालांकि,निलंबन के दौरान पंचायत सचिव को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। साथ ही निलंबन अवधि में पंचायत सचिव का मुख्यालय हसपुरा प्रखंड निर्धारित किया गया है।