PATNA : केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद बिहार आए आरसीपी सिंह और जिलों का दौरा कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का आज मुजफ्फरपुर में कार्यक्रम है. मुजफ्फरपुर में आरसीपी सिंह के स्वागत के लिए उनके समर्थक के नेताओं ने जगह-जगह तैयारियां कर रखी हैं. लेकिन केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्वागत को लेकर तकनीकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने जो लेटर जारी किया है, वह बवाल की नई वजह बन गया है.
दरअसल मुजफ्फरपुर जिले में जेडीयू तकनीकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शंकर कुमार सिंह ने एक लेटर जारी किया है. इस लेटर में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं खासतौर पर तकनीकी प्रकोष्ठ से जुड़े पदाधिकारियों को केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का स्वागत करने के लिए निर्देश जारी किया गया है. लेटर में लिखा गया है कि जो लोग भी आरसीपी सिंह के स्वागत कार्यक्रम में मौजूद नहीं होंगे, उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी. आरसीपी सिंह के स्वागत को अनिवार्य बताते हुए तकनीकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने लिखा है कि इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर स्वागत कार्यक्रम में पार्टी के नेता कार्यकर्ता नहीं पहुंचे तो उनके ऊपर एक्शन भी लिया जाएगा.
मुजफ्फरपुर जिले में तकनीकी प्रकोष्ठ से जुड़े नेताओं को यह लेटर मिला इसके बाद वहां हड़कंप की स्थिति है. चारों तरफ चर्चा हो रही है कि आरसीपी सिंह का स्वागत जबरदस्ती क्यों करवाया जा रहा है. तकनीकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शंकर सिंह से इस लेटर की बाबत स्पष्ट बिहार ने फोन पर बातचीत की. फर्स्ट बिहार में जब लेटर को लेकर सवाल पूछा तो शंकर सिंह का कहना था कि अगर उन्होंने अपनी पार्टी के तकनीकी प्रकोष्ठ का पदाधिकारी किन्ही नेताओं को बनाया है तो वह उम्मीद करते हैं कि ऐसे मौकों पर वहां मौजूद रहे. आरसीपी सिंह के स्वागत में नहीं आने वाले पदाधिकारियों के ऊपर निश्चित तौर पर कार्यवाही की जाएगी.
फर्स्ट बिहार ने जब शंकर सिंह से यह पूछा कि क्या पहले भी किसी नेता के स्वागत के लिए ऐसा आदेश जारी किया गया है तो प्रकोष्ठ अध्यक्ष ने इससे इंकार कर दिया. उनका कहना था कि उपेंद्र कुशवाहा पिछले दिनों मुजफ्फरपुर दौरे पर आए थे. उनके स्वागत के लिए भी लेटर लिखा गया था. लेकिन कार्रवाई की बात नहीं लिखी गई थी.
शंकर सिंह के मुताबिक कुशवाहा के स्वागत में प्रकोष्ठ के कम लोग शामिल हुए. इसीलिए इस बार आरसीपी सिंह के स्वागत में सबको मौजूद रहने के लिए अनिवार्य तौर पर निर्देश जारी किया गया है, जो लोग भी किसी गैर वाजिब कारण के इसमें शामिल नहीं होंगे उनके ऊपर जरूर कार्रवाई करेंगे.