PATNA: जनता दल यूनाइटेड की ओर से केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह को दोबारा राज्यसभा भेजे जाने पर सस्पेंस अभी भी बरकरार है। वजह यह है कि इस मसले पर जदयू का कोई नेता खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू अध्यक्ष ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा तक इस सवाल का जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं।
खुद आरसीपी भी इस मसले पर बातचीत नहीं करना चाहते हैं। गुरुवार की देर शाम आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से मुलाकात की। हालांकि मीडिया ने जब केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से मुलाकात की वजह जाननी चाही तो उन्होंने किसी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से बचते दिखे।
अगले दिन शुक्रवार को मीडिया ने जब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से इस मुलाकात का कारण पूछा और पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार के बारे में जानना चाहा तब ललन सिंह ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी जब निर्णय लेगें तब आपलोगों को बता दिया जाएगा। वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा कि सब मालूम हो जाएगा।
संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से जब पूछा गया मुलाकात में क्या बातें हुई इतनी गहमागमी क्यों हैं? मीडिया के इस सवाल का जवाब देते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सब कुछ सामान्य है गहमागहमी जैसी कोई बात नहीं है। ऐसी कोई विशेष कारण नहीं है कि गहमागमी की स्थिति बने।
पार्टी कार्यालय में सभी लोग आते जाते रहते हैं मुलाकात होती रहती है। यह नॉर्मल और नेचुरल मुलाकात है इसे लेकर बहुत कुछ कयास लगाने की जरूरत नहीं है। हां यदि जेडीयू का बड़ा नेता राजद में जाता है या फिर राजद का बड़ा नेता जेडीयू में आता है तब यह मीडिया के लिए खबर हो सकती है लेकिन जेडीयू नेताओं की मुलाकात नॉर्मल और नेचुरल मुलाकात है ना की यह खबर है। आरसीपी सिंह की उम्मीदवारी पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अभी यह तय नहीं है लेकिन जब तय हो जाएगा तब मीडिया को बता दिया जाएगा।