PATNA: देश के दिग्गज उद्योगपति टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार की रात निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गयी। 9 अक्टूबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में रात साढ़े 11 बजे के करीब उन्होंने अंतिम सांस ली। 86 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। गुरुवार की शाम उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। रतन टाटा के निधन से पूरे हिन्दुस्तान में शोक की लहर है।
देशवासी रतन टाटा के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति मान रहे हैं। इस घटना की खबर मिलने के बाद लोगों की आंखें नम हो गयी। सोशल मीडिया पर लोग भावुक पोस्ट करते दिखे। वही बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले मशहूर इंटरनेशन सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र भी रतन टाटा के निधन से काफी दुखी है। उन्होंने अपनी कला के माध्यम से दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीपल के पत्तों में रतन टाटा की आकृति उकेर कर श्रद्धांजलि दी।
भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। इधर उनकी निधन की खबर सुनकर हर कोई भावुक हो गया। मुंगेर के रहने वाले इंटरनेशनल सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने इस घटना पर दुख जताया और अपनी अनोखी कलाकृति से रतन टाटा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने 3 घंटो के कठिन मेहनत के बाद दुनियां की सबसे छोटे पीपल की पत्तों पर प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा की तस्वीर उकेर कर RIP रतन टाटा लिखकर उनके प्रति अपनी भाव प्रकट किया और मौन धारण भी किया।
फर्स्ट बिहार से बातचीत करते हुए सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने बताया कि देश ने आज एक महान उद्योगपति और प्रेरणादायक व्यक्तित्व को खो दिया हैं। प्रसिद्ध उद्योगपति आदरणीय श्री रतन टाटा जी का निधन पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने ना सिर्फ़ भारतीय उद्योग जगत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया बल्कि अपने सामाजिक कार्यों से भी अनगिनत बुलंदियों को छुआ है। रतन टाटा एक दरियादिली इंसान थे और मुसीबत में देश के लिए हमेशा तैयार रहते थे।