रामचरितमानस विवाद: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें, एक साथ कई मुकदमे दर्ज

रामचरितमानस विवाद: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें, एक साथ कई मुकदमे दर्ज

BEGUSARAI/MUZAFFARPUR: हिंदू धर्म के प्रमुख धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो.चंद्रशेखर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल द्वारा शिक्षा मंत्री के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद बिहार के दो जिलों में प्रो.चंद्रशेखर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। बेगूसराय और मुजफ्फरपुर में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ कोर्ट में  एक साथ कई परिवाद दायर कराया गया है। शिक्षा मंत्री की तरफ से अपने विवादित बयान के लिए माफी नहीं मांगने के बाद उनकी मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।


बेगूसराय के वकील अमरेंद्र कुमार अमर ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद पत्र दायर किया है और कोर्ट ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। परिवादी अमरेंद्र कुमार अमर ने भारतीय दंड विधान की धारा 295A और 152A के तहत शिक्षा मंत्री के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि एक दीक्षांत समारोह के दौरान बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को विभेद पैदा करने वाला ग्रंथ बताया था, जो हिंदुओं का अपमान है। बिहार के शिक्षा मंत्री के रूप में प्रो.चंद्रशेखर ने समाज ने नफरत फैलाने का काम किया है, इसके खिलाफ कोर्ट जल्द ही संज्ञान लेगा।


वहीं मुजफ्फरपुर के एमपी-एमएलए कोर्ट में भी बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद दायर हुआ है। बीते दिनों एक दीक्षांत समारोह के दौरान में हिंदू धर्म के महान धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस को लेकर मंत्री ने विवादित टिप्पणी किया गया था। अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने इसे आपराधिक मामला बताते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद दायर कराया है, जिसपर आने वाली 25 जनवरी को सुनवाई होगी। बता दें कि भारी फजीहत के बावजूद नीतीश कैबिनेट में शिक्षा मंत्री और आरजेडी के विधायक प्रो.चंद्रशेखर माफी मांगने तक को तैयार नहीं हैं और रामचरितमानस को लेकर लगातार बेतुका तर्क दे रहें हैं।