राज्यपाल के कारकेड में शामिल पुलिस की गाड़ी को एम्बुलेंस ने ठोका, महिला कॉन्स्टेबल घायल

राज्यपाल के कारकेड में शामिल पुलिस की गाड़ी को एम्बुलेंस ने ठोका, महिला कॉन्स्टेबल घायल

VAISHALI: बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर आज वैशाली पहुंचे थे जहां चमुखी महादेव मंदिर के दर्शन के बाद उन्होंने अशोक स्तंभ को भी बारिकी से देखा। वैशाली से पटना लौटने के दौरान उनके कारकेड में शामिल पुलिस की गाड़ी में काफिले में शामिल एम्बुलेंस ने पीछे से टक्कर मार दी। 


इस दौरान गाड़ी में पीछे बैठी एक महिला पुलिसकर्मी घायल हो गयी। आनन-फानन में घायल महिला कॉन्स्टेबल को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार किया गया। फिलहाल महिला सिपाही की स्थिति सामान्य है। महिला कॉन्स्टेबल की पहचान कंचन कुमारी के रूप में हुई है जो नगर थाने में तैनात हैं। घटना वैशाली के नगर थाना क्षेत्र के नाका नंबर 3 के पास की है। जहां इस दौरान अफरा-तफरी मच गयी। इस संबंध में पुलिस केंद्र डीएसपी जयप्रकाश सिंह ने बताया कि राज्यपाल के काफिले में चल रही एस्कॉर्ट में एंबुलेंस ने टक्कर मार दी। जिसमें एक महिला पुलिसकर्मी घायल हो गई हैं। जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर लाया गया है।


बता दें कि राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर आज वैशाली भ्रमण पर पहुंचे थे। जहां वैशाली के विभिन्न स्थानों का उन्होंने भ्रमण किया और इस दौरान वैशाली के चमुखी महादेव मंदिर का भी दर्शन किया। राज्यपाल करीब 4 घंटे तक वैशाली में रहें। जिसके बाद वे पटना लौट गए। इस दौरान वैशाली के जिलाधिकारी और एसपी भी मौजूद रहे। राज्यपाल के आगमन को लेकर भारी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया था। वैशाली और मुजफ्फरपुर की सीमा पर स्थित  अशोक स्तंभ को भी राज्यपाल ने बारिकी से देखा। वही चमुखी महादेव मंदिर की कमिटी के लोगों ने अंग वस्त्र देकर उन्हें सम्मानित किया। 


राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर पहले वैशाली गढ़ स्थित अतिथिगृह पहुंचे जहां उन्हे गॉड्स ऑफ ऑनर दिया गया। जिसके बाद संग्रहालय में संग्रहित सामग्रियों के बारे में जानकारी ली और उसका भ्रमण किया। फिर अभिषेक पुष्पकर्णी झील का भ्रमण किया। अस्थि कलश स्तूप के बारे में जानकारी ली और उसका दर्शन किये। जहां जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा अस्थि कलश स्तूप के बारे में विशेष जानकारी दी गयी और राज्यपाल का स्वागत किया गया। वही राज्यपाल ने अस्थि कलश स्तूप दर्शन के बाद मुजफ्फरपुर स्थित बनिया में चतुर्मुखी महादेव मंदिर जाकर भगवान महादेव का दर्शन किये। फिर अशोक स्तंभ कोल्हुआ का भ्रमण कर अशोक स्तंभ के बारे में जानकारी ली। वहां पर पर्यटन विभाग के द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। 


जिसके बाद बासोकुंड स्थित जैन मंदिर गए। जहां से पुनः वैशाली स्थित चौमुखी महादेव मंदिर में भगवान महादेव का जलाभिषेक किया। वहीं मंदिर के मुख्य पुजारी के द्वारा राज्यपाल को अंग वस्त्र देकर  स्वागत किया गया। जिसके बाद राज्यपाल राजा विशाल के गढ़ जिसे पौराणिक समय का संसद कहा जाता है उसका भी भ्रमण किए एवं पर्यटन विभाग के द्वारा उसके विकास पर की जा रही कार्यों के बारे में भी जानकारी प्राप्त किया। फिर वहां से अतिथि गृह गए जहां पुनः एक बार और गॉर्ड ऑफ ऑनर देकर विदाई की गई। जिसके बाद उनका काफिला पटना के लिए रवाना हुआ।