राज्य को उड़ता बिहार बनाने की तैयारी, चरस की भारी खेप के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार

राज्य को उड़ता बिहार बनाने की तैयारी, चरस की भारी खेप के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार

GOPALGANJ: बिहार में 7 साल से पूर्ण शराबबंदी लागू है इसके बावजूद ना तो पीने वाले सुधरने का नाम ले रहे हैं और ना ही अवैध शराब बेचने वाले ही अपनी आदतों से बाज आ रहे हैं। आए दिन ये लोग पकड़े भी जा रहे हैं लेकिन जेल जाने के बाद फिर इसी धंधे में लग जा रहे हैं। बिहार में शराब के बंद होने के बावजूद कुछ लोग शराब के साथ-साथ स्मैक, चरस, हेरोइन, अफीम, गांजा, ब्राउन शुगर, नशीली दवा का इंजेक्शन, गांजा, भांग, कोरेक्स सिरप, सुलेशन, व्हाइटनर, बॉनफिक्स जैसे नशे को करते हैं। इस तरह का सुखा नशा करने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। 


यह नशा काफी महंगा होता है। इसके नहीं मिलने पर कुछ लोग चोरी, लूट, डकैती व अन्य अपराध की घटनाओं को भी अंजाम देते हैं। खासकर युवा वर्गो का झुकाव इस तरह के नशे की ओर ज्यादा होता है। जिसे देख ऐसा लगता है कि कही उड़ता बिहार बनाने की तैयारी तो नहीं। 


बिहार के गोपालगंज में चरस की बड़ी खेप जब्त की गयी है। 50 लाख रूपये मूल्य की चरस को नेपाल से बिहार में लाया जा रहा था। इसे गोपालगंज में खपाने की योजना थी तभी इस बात की सूचना किसी ने पुलिस को दे दी। पुलिस को बताया गया कि चरस की बड़ी खेप नेपाल से एनएच-27 के रास्ते जाने वाली है। इस सूचना के मिलते ही कुचायकोट पुलिस ने एनएच-27 पर सघन वाहन जांच अभियान चलाया और इस दौरान साढ़े 12 किलो चरस के साथ दो तस्करों को पकड़ लिया। 


दोनों की पहचान अवध कुमार यादव और राजेश यादव के रूप में हुई है जो शीतल बगहा क्षेत्र का रहने वाला है। चरस की बड़ी खेप डिस्कवर बाइक से बरामद किया गया है। बरामद चरस की अनुमानित कीमत 50 लाख रुपये बतायी जा रही है। गिरफ्तार दोनों तस्करों का आपराधिक इतिहास रहा है जिसे खंगालने में पुलिस जुटी है।