DESK : राजस्थान में इस बार भी रिवाज नहीं बदला है और सरकार बदलने की तैयारी है। अभी तक की काउंटिंग में भाजपा को सूबे में रुझानों में बहुमत मिल चुका है। वह 115 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 68 सीटों पर ही आगे है। इस तरह अशोक गहलोत के नेतृत्व में 5 साल सरकार चलाने वाली कांग्रेस को अब बेदखल होना पड़ेगा। ऐसे में अब जिन बातों की चर्चा तेज है वो ये हैं कि भाजपा राजस्थान में बतौर सीएम इन नामों की चर्चा कर रही है।
दरअसल, राजस्थान में अब तक की गिनती के अनुसार भाजपा अब तक यहां तीस सीटों पर चुनाव जीत चुकी है। वहीं कांग्रेस 16 सीट पर जीत हासिल की है। जबकि, रुझानों में भाजपा को 115 सीटों पर आगे बताया जा रहा है। जबकि, कांग्रेस को 68 सीटों पर ही आगे बताया जा रहा है। ऐसे में भाजपा यहां सरकार तो बना रही है। लेकिन, सबसे बड़ा सवाल यह है कि यहां सीएम फेस कौन होगा। तो इसको लेकर जिन नाम की चर्चा है। उसमें सबसे आगे पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम है। इसके साथ ही गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, सतीश पूनिया और सीपी जोशी जैसे नेता के नाम की भी काफी चर्चा हो रही है। वहीं आम लोगों में काफी चर्चा बाबा बालकनाथ योगी की भी है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री की रेस में पहला नाम वसुंधरा राजे का है। राजे पहले भी दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। ऐसे में राजघराने से ताल्लुक रखने वाली वसुंधरा राजे को अच्छा खासा अनुभव है। इतना ही नहीं वो अच्छी खासी पैठ है। वो राजस्थान की लोकप्रिय नेताओं में से एक है। लेकिन, राजस्थान में इस बार एक नाम सबसे ज्यादा चर्चित है, वो हैं महंत बाबा बालकनाथ।
महंत बाबा बालकनाथ तुलना उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ से की जा रही है और उन्हें 'राजस्थान का योगी' कहा जा रहा है। बीजेपी सांसद महंत बालकनाथ मस्तनाथ मठ के आठवें महंत हैं। बालकनाथ ओबीसी वर्ग से आते हैं। चर्चा है कि इस बार यूपी की तरह ही बीजेपी राजस्थान के इस योगी को भी मुख्यमंत्री की कमान सौंप सकती है।
उधर, इनके बाद जिन नामों की चर्चा है उसमें केंद्र सरकार में जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम भी शामिल है। वो जोधपुर लोकसभा सीट से सांसद है। उनकी राजस्थान में अच्छी पकड़ मानी जाती है। उनके अलावा केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नाम की भी काफी चर्चा है। इसके साथ ही राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, सतीश पूनिया, राजेंद्र राठौड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, सांसद राज्यवर्धन राठौड़ जैसे बड़े नेता के नामों पर भी चर्चा की जा रही है।