PATNA : कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे राजो सिंह हत्याकांड से।जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। पूर्व सांसद राजो सिंह के पोते और जेडीयू विधायक सुदर्शन ने अपने दादा की हत्या के मामले में न्याय लेने से हाथ खड़े कर दिए हैं। इस मामले में गुरुवार को नया और नाटकीय मोड़ आया है। सुदर्शन राजो सिंह हत्याकांड के सूचक हैं। सुदर्शन ने मामले की सुनवाई कर रही स्थानीय अदालत से कहा है कि हमें अब यह केस लड़ना नहीं है।
कोर्ट में अपना रुख रखने का मतलब यह की सुदर्शन अपने दादा से जुड़े केस में ही होस्टाइल हो गए हैं। सुदर्शन अभी बरबीघा विधानसभा से जेडीयू के विधायक हैं। गुरुवार को शेखपुरा के अपर जिला सत्र न्यायधीश तृतीय की अदालत में इस केस की सुनवाई थी। लोक अभियोजक उदय नारायण सिन्हा ने बताया कि सूचक सुदर्शन कुमार ने अदालत में अपनी गवाही देते हुए कहा हमें यह केस नहीं लड़ना है। घटना के दिन आरोपित शंभू यादव को पहले घटनास्थल पर पहचान करने की बात कही थी, गुरुवार को पहले कही बात से पलट गए।
इस मामले में विधायक सुदर्शन की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। लोक अभियोजक ने बताया इस मामले में पहले ही कई लोग निचली अदालत से बरी हो चुके हैं। निचली आदेश के खिलाफ भी सुदर्शन ने पहले पटना हाई कोर्ट में याचिका दाखिल किया था, बाद में उसे भी वापस ले लिया था। अब निचली अदालत में जिन दो लोगों शंभू यादव और अनील महतो के खिलाफ मामला लंबित चल रहा। था वहां गुरुवार को नई गवाही देकर केस से पल्ला झाड़ लिया। सिन्हा के मुताबिक केस से पल्ला झाड़ने को लेकर न्यायाधीश ने सूचक से सवाल किया लेकिन सुदर्शन ने साफ साफ कहा.. हमें केस नहीं लड़ना है।
आपको बता दें कि 9 सितंबर 2005 को शेखपुरा के कांग्रेस कार्यालय में बेगूसराय के पूर्व सांसद राजो सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में सूचक के रूप में राजो सिंह के पोते सुदर्शन कुमार ने आरजेडी नेता शंभू यादव और शेखपुरा के पूर्व विधायक रणधीर कुमार सोनी सहित कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आज रणधीर कुमार सोनी और सुदर्शन एक ही पार्टी में हैं।