PATNA : पटना के राजीव नगर ममाले में भूमि माफियाओं पर शिकंजा कसने में लगी है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एक दर्जन से अधिक भू माफियाओं के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करेगी. इनसभी के खिलाफ ईडी कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गई है. हाईकोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए राजीव नगर और दीघा में आवास बोर्ड की जमीन को अवैध तरीके से बेचकर अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है.
जानकारी के मुताबिक़, हाईकोर्ट के निर्देश मिलने के बाद जांच में रडार पर एक दर्जन से अधिक भू माफिया हैं. ईडी इन लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करेगी. इसके लिए सबूत जुटाए जा रहे हैं. ज्यादातर भू माफिया गृह निर्माण समितियों और उनसे जुड़े हुए हैं. ईडी इनके खिलाफ इंफोर्समेंट केस इनफार्मेशन रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करेगी. इनके खिलाफ पीएमएलए यानी के तहत केस दर्ज किया जाएगा.
राजीव नगर और दीघा में भू माफियाओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की यह पहली कार्रवाई होगी. जिन भू माफियाओं के नाम सामने आ रहे हैं उन पर आवास बोर्ड की ज्यादातर जमीन बेच देने का आरोप हैं. इनमें से कई भू माफिया ऐसे हैं जिनके पास कभी एक साइकिल तक नहीं थी और अब वे महंगी गाड़ियों की सवारी करते हैं. भू माफियाओं के खिलाफ जमीन हथियाने और बेचने से लेकर इलाके में फायरिंग और आराधिक घटनाओं को फैलाने का आरोप हैं.
दरअसल इन भू माफियाओं ने फर्जीवाड़ा करते हुए दीघा और राजीव नगर की जमीन बेचकर रिसोर्ट से लेकर बड़े-बड़े होटल तक बना लिए हैं. राजधानी पटना से लेकर झारखंड के कई शहरों में इनके मकान और फ्लैट हैं. जिन भू माफियाओं पर केस दर्ज हुआ है उसमें शैलेश सिंह, दीपक दुबे, सत्यनारायण, सुनील सिंह, कौशलेंद्र सिन्हा, विमल कुमार, राजेश झा, सर्वेश सिंह, अश्विनी सिंह, रामदयाल सिंह, राजा सिंह, विकास, मनोज राय और मनीष समेत कई नाम शामिल हैं.