PATNA: कोरोना संकट की वजह से देश के कई राजनीतिक दल वर्चुअल तरीके से अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं और आमलोंगो से जुड़ते रहे हैं। बीजेपी वर्चुअल रैली और संवाद करती रही है। 6 सितम्बर को बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी वर्चुअल रैली करने वाले हैं। कुल मिलाकर कोरोना काल में डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए रैली और संवाद राजनीतिक दलों की मजबूरी बन गयी है क्योंकि इसी साल बिहार में विधानसभा के चुनाव भी होने हैं।
दिलचस्प है कि विपक्षी पार्टियां प्रचार और संवाद के वर्चुअल तरीकों का विरोध करती रही हैं और यह मांग करती रही हैं कि चुनाव आयोग को इस पर रोक लगानी चाहिए लेकिन अब उन राजनीतिक दलों ने वर्चुअल प्रचार की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घोषणा की है कि वे डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए चुनाव प्रचार करेंगे। राहुल गांधी के इस एलान पर बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री और बीजेपी नेता नंद किशोर यादव ने तंज कसा है।
उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी के इस फैसले का हम स्वागत करते हैं। आपको बता दें कि डिजिटल रैली को लंबे वक्त से विवाद चला आता रहा है। जब केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डिजिटल रैली के जरिए बिहार चुनाव का शंखनाद किया था तो उन पर कई तरीके के आरोप लगे थे लेकिन अब जब चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि बिहार में विधानसभा के चुनाव तय समय पर हीं होंगे तो डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए प्रचार हर राजनीतिक दल की मजबूरी बन गयी है।