PATNA: RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पहल के बाद भी पार्टी के दो बड़े नेताओं के बीच का विवाद नहीं सुलझ पाया. रघुवंश प्रसाद सिंह और जगदानंद सिंह के बीच आज एक घंटे तक पार्टी कार्यालय में बंद कमरे में बातचीत तो हुई लेकिन बैठक के बाद दोनों के तेवर ने बता दिया कि मामला सुलझना आसान नहीं है.
जगदानंद-रघुवंश की बैठक
RJD सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लालू प्रसाद यादव की पहल पर आज जगदानंद सिंह और रघुवंश प्रसाद सिंह के बीच आरजेडी कार्यालय में बैठक हुई. कुछ दिनों पहले ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने जगदानंद सिंह की कार्यशैली पर रघुवंश प्रसाद सिंह ने तीखे सवाल किये थे. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ खुला पत्र लिख दिया था. रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ किये जा रहे सलूक और RJD की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की थी. पार्टी के सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच विवाद बढ़ने के बाद खुद लालू प्रसाद यादव ने पहल की थी. ऱघुवंश सिंह और जगदानंद को आपस में बैठ कर मामला सुलझाने की सलाह दी गयी थी.
लालू के निर्देश पर ही दोनों नेताओं के बीच पार्टी कार्यालय में बैठक हुई. लगभग एक घंटे तक चली बैठक में दोनों नेताओं ने आपसी विवाद के मुद्दों पर चर्चा हुई. इस बैठक के बाद जब मीडिया ने जगदानंद सिंह से विवाद के बारे में पूछा तो उनका बयान सुनिये. उन्होंने कहा- “ जो हो गया, हो गया. आपने उनकी बात सुन ली. आप कोर्ट नहीं हैं जो आपको सफाई दें. ये हमारा दल है, दल हम चलाते हैं. आपको सफाई देने के लिए नहीं बैठा हूं न मैं यहां. और कोई बात है तो बोलिये. अच्छा..प्रणाम, सलाम”. जगदानंद सिंह के इस बयान ने आपको बता दिया होगा कि उनके तेवर क्या है. उन्होंने रघुवंश सिंह के बारे में एक लाइन बोलने से भी इंकार कर दिया.
रघुवंश बोले-कोई विवाद नहीं
अब देखिये इस बैठक के बाद रघुवंश प्रसाद सिंह ने मीडिया से क्या बोला, उन्होंने कहा कि, “ बंद कमरे में पार्टी के संघर्ष पर बात हुई. हमने बिंदूवार बात की. हमने फैसला लिया कि बूथ स्तर पर संघर्ष समिति बनायेंगे. फरवरी में ये काम पूरा कर लेंगे. बूथ स्तर पर बनी संघर्ष समिति में पार्टी के नेता शामिल रहेंगे. वे आम लोगों की समस्या सुनेंगे और उसके लिए संघर्ष करेंगे. हमने 11 बिंदूओं पर सवाल उठाया था. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उन सभी बिंदूओं पर काम होगा. पार्टी जमीनी स्तर पर काम करेगी. बाकी कोई डैमेज कंट्रोल की बात नहीं थी.”
रघुवंश-जगदानंद के परस्पर विरोधी बयान
रघुवंश प्रसाद सिंह कह रहे हैं कि उनकी सारी बातें सुन ली गयी. जगदानंद कह रहे हैं कि मीडिया कोई कोर्ट नहीं है जिसके सामने सफाई दें. दोनों के तेवर ये बताने के लिए काफी हैं कि तात्कालिक स्तर पर भले ही दोनों में बात हुई हो लेकिन स्थायी युद्धविराम के आसार कम ही नजर आ रहे हैं.