DELHI : देश के पूर्व वित्त मंत्री और कभी बीजेपी के आला नेताओं में शुमार यशवंत सिन्हा दिल्ली के राजघाट पर धरना पर बैठ गये हैं। उन्होनें प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने में नाकाम बताते हुए सेना को ये काम सौंप देने की मांग की है।
यशवंत सिन्हा दिल्ली में राजघाट में धरने पर बैठ गये हैं। उन्होनें देश में प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के बीच मची आपाधापी के बीच केन्द्र सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होनें कहा है कि केन्द्र सरकार प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने में पूरी तरह विफल हो चुकी है। प्रवासी मजदूर हजारों किलोमीटर पैदल चलकर ही चलकर घर पहुंचने के मजबूर हैं। अनाज के दाने-दाने के लिए वे तड़प रहे हैं। लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
य़शवंत सिन्हा ने कहा कि अब तक के हालात से ये पता चल गया है कि प्रवासी मजदूरों को घरों तक पहुंचाना केन्द्र और राज्य सरकारों के बूते के बाहर है। यशवंत सिन्हा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि तत्काल सरकार इस काम को सेना के हवाले करें ताकि प्रवासी मजदूर सुरक्षित अपने घर पहुंच सकें।