पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी का निधन, मुकेश सहनी ने जताया शोक

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी का निधन, मुकेश सहनी ने जताया शोक

PATNA: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी का शुक्रवार को निधन हो गया। शुक्रवार की सुबह करीब तीन बजे मुंबई के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। 86 वर्षीय मनोहर जोशी को कार्डियक अरेस्ट के बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष के निधन पर मुकेश सहनी ने दुख जताया और इसे राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया। 


महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी जी के निधन पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने शोक संवेदना प्रकट किया है।  मुकेश सहनी ने अपने शोक संदेश में कहा कि उनका निधन महाराष्ट्र के लिए ही नहीं भारतीय राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। 


उन्होंने उनके निधन पर दुख जताते हुए कहा कि उनका पूरा समय सामाजिक कार्यों में गुजरा। पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं परिजनों व समर्थकों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।


बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी का निधन आज सुबह हुआ। बुधवार को उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।  इसके बाद उन्हें मुंबई के पीडी हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 86 साल के थे। मनोहर जोशी का अंतिम संस्कार मुंबई के दादर स्थित शमशान में किया जाएगा।


मिली जानकारी के अनुसार, 21 फरवरी को 86 साल के मनोहर जोशी की तबियत ज्यादा बिगड़ने लगी तो परिजन उन्हें लेकर तुरंत हिंदुजा अस्पताल में पहुंचे। आईसीयू में डॉक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए थी।  शुक्रवार तड़के 3.02 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। मनोहर जोशी का शव दोपहर 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक रूपारेल कॉलेज, माटुंगा पश्चिम में उनके वर्तमान निवास पर अंतिम दर्शन करने रखा जाएगा।  दोपहर 2 बजे उनकी शवयात्रा यात्रा शुरू होगी।  राजकीय सम्मान के साथ दादर श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। 


करीब 5 दशक तक राजनीति में सक्रिय रहने वाले मनोहर जोशी राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे। उनका राजनीतिक जीवन मुंबई नगर निगम के पार्षद के रूप में शुरू हुआ था जिसके बाद वह, महापौर, विधान परिषद सदस्य, विधायक, लोकसभा और राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री तक बने और फिर बाद में एनडीए सरकार के दौरान लोकसभा अध्यक्ष भी रहे हैं। 


आपको बताते चलें कि, जब 1955 में शिवसेना महाराष्ट्र में पहली बार सत्ता में आई तो उसने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी और सत्ता की कमान शिवसेना को मिली थी और बाल ठाकरे ने अपने सबसे भरोसेमंद माने जाने वाले मनोहर जोशी के सिर मुख्यमंत्री का ताज सजाया था। इस तरह से जोशी ने शिवसेना के पहली मुख्यमंत्री बनने का खिताब अपने नाम किया था। मनोहर जोशी 14 मार्च,1995 को मुख्यमंत्री बने और 31 जनवरी 1999 तक इस पद पर रहे। इस तरह मनोहर जोशी ने 3 साल 323 दिन कार्यभार संभाला लेकिन पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके।